



प्रेस क्लब ऑफ इंडिया (PCI) के 68 साल के इतिहास में पहली बार किसी महिला पत्रकार को शीर्ष पद की ज़िम्मेदारी मिली है। वरिष्ठ पत्रकार संगीता बरुआ पिशारोती रविवार (14 दिसंबर) को PCI की पहली महिला अध्यक्ष चुनी गईं। यह ऐतिहासिक उपलब्धि भारतीय पत्रकारिता जगत के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर मानी जा रही है।
PCI का गठन 20 दिसंबर 1957 को हुआ था, लेकिन अब तक किसी महिला को अध्यक्ष पद की कमान नहीं सौंपी गई थी। शनिवार को हुए मतदान के बाद रविवार को जब नतीजे घोषित हुए, तो संगीता की टीम ने 21-0 से क्लीन स्वीप करते हुए शानदार जीत दर्ज की।
संगीता को कुल 1,019 वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी अतुल मिश्रा को 129 वोट और अरुण शर्मा को 89 वोट मिले। भारी अंतर से मिली यह जीत संगीता के मजबूत नेतृत्व और पत्रकार समुदाय में उनकी स्वीकार्यता को दर्शाती है।
चुनाव में अन्य महत्वपूर्ण पद भी इसी पैनल ने जीते। अफ़ज़ल इमाम महासचिव ,जतिन गांधी उपाध्यक्ष ,अदिति राजपूत कोषाध्यक्ष और पीआर सुनील संयुक्त सचिव निर्विरोध चुने गए। संगीता पिशारोती की जीत न केवल संगठनात्मक बदलाव का प्रतीक है, बल्कि भारतीय पत्रकारिता में महिलाओं की बढ़ती भूमिका और नेतृत्व क्षमता का भी सशक्त संदेश देती है।