



राजस्थान में भर्ती परीक्षाओं में डमी कैंडिडेट गैंग पर शिकंजा कसते हुए स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने बड़ी कार्रवाई की है। एसओजी ने तीन ट्रेनी सब-इंस्पेक्टर (SI) और एक ग्राम विकास अधिकारी (VDO) को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई तब सामने आई जब प्रशिक्षण के दौरान दस्तावेज सत्यापन में सिग्नेचर और handwriting मैच नहीं होने पर अधिकारियों को संदेह हुआ। गहन जांच में खुलासा हुआ कि ट्रेनी SI में से एक की जगह VDO ने परीक्षा दी थी।
एडीजी (SOG) विशाल बंसल ने बताया कि गिरफ्तार ट्रेनी SI में कुणाल चौधरी (30), चेनाराम (30) और अशोक कुमार (30) शामिल हैं। कुणाल रिटन परीक्षा में मेरिट क्रमांक 234 के साथ राजसमंद पुलिस लाइन में तैनात था, जबकि चेनाराम (मेरिट 251) उदयपुर रिजर्व लाइन में और अशोक कुमार (मेरिट 154) उदयपुर रिजर्व लाइन में प्रशिक्षण ले रहे थे।
जांच में सामने आया कि ट्रेनी SI कुणाल चौधरी की जगह ग्राम विकास अधिकारी (VDO) अशोक कुमार, निवासी बज्जू (बीकानेर), ने लिखित परीक्षा दी थी। एसओजी ने इस डमी कैंडिडेट को गुरुवार को ही गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद तीनों ट्रेनी SI को रविवार को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें रिमांड पर भेज दिया गया।
एसओजी अब यह पता लगाने में जुटी है कि चेनाराम और अशोक कुमार की जगह कौन डमी कैंडिडेट परीक्षा में बैठा था। टीम आरोपियों से पूछताछ कर पूरे नेटवर्क को उजागर करने का प्रयास कर रही है। इस कार्रवाई ने भर्ती प्रक्रिया में सक्रिय डमी कैंडिडेट गैंग को लेकर पुलिस और अन्य एजेंसियों की निगरानी व्यवस्था पर भी सवाल खड़ा कर दिया है।