



कोटा-बूंदी ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट परियोजना को केंद्र से बड़ी मंजूरी मिल गई है। नेशनल बोर्ड फॉर वाइल्डलाइफ (NBWL) की बैठक में एयरपोर्ट से जुड़े तीन महत्वपूर्ण प्रस्तावों को स्वीकृति प्रदान की गई है। इन प्रस्तावों में रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व के बफर क्षेत्र से सीमित वन भूमि उपयोग कर एयरपोर्ट से जुड़े आवश्यक तकनीकी एवं संरचनात्मक कार्यों को आगे बढ़ाने की अनुमति शामिल है। इससे परियोजना की गति तेज होने की उम्मीद बढ़ गई है।
NBWL की मंजूरी के बाद अब एयरपोर्ट से संबंधित कई महत्वपूर्ण कार्य बिना बाधा के किए जा सकेंगे। इनमें आरवीपीएनएल की ट्रांसमिशन लाइन शिफ्टिंग और अन्य तकनीकी निर्माण कार्य शामिल हैं, जो अब एयरपोर्ट के निर्माण के समानान्तर चल सकेंगे।
बैठक में कुल 9.863 हेक्टेयर वन भूमि के उपयोग की अनुमति दी गई है। इस वन भूमि का उपयोग मौजूदा 220 केवी डबल सर्किट सकतपुरा–मांडलगढ़ (PGCIL भीलवाड़ा) ट्रांसमिशन लाइन को शिफ्ट करने के लिए किया जाएगा। ट्रांसमिशन लाइन का वर्तमान रूट एयरपोर्ट परियोजना के कार्यों को प्रभावित कर रहा था, इसलिए इस स्थानांतरण की मंजूरी बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट कोटा और बूंदी क्षेत्र में औद्योगिक विकास, पर्यटन और निवेश संभावनाओं को नई दिशा देगा। NBWL की स्वीकृति के साथ यह परियोजना अब आगे तेजी से बढ़ने की स्थिति में पहुंच गई है।