



राजस्थान में सरकारी भर्ती परीक्षाओं की शुचिता भंग करने वाले नेटवर्क पर स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। वनरक्षक भर्ती परीक्षा-2020 पेपर लीक मामले में एसओजी ने उस आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है जिसने भोपाल की प्रिंटिंग प्रेस से गोपनीय पेपर चुराकर मुख्य सरगना तक पहुँचाया था। आरोपी की पहचान खिलान सिंह उर्फ KD डॉन के रूप में हुई है।
मुख्य सरगना जबरा राम जाट से पूछताछ में खुलासा
अतिरिक्त महानिदेशक एसओजी विशाल बंसल ने बताया कि मुख्य सरगना और 50,000 रुपये के इनामी बदमाश जबरा राम जाट से गहन पूछताछ के बाद पेपर लीक के मूल स्रोत तक पहुंचने में सफलता मिली। इसके बाद एसओजी ने पेपर लीक की जड़ में बैठे आरोपी KD डॉन को गिरफ्तार किया।
प्रिंटिंग प्रेस से चुराया गया था दोनों पारियों का पेपर
गिरफ्तार आरोपी—
खिलान सिंह उर्फ KD डॉन,
पुत्र हुबलाल सेन, निवासी चोपड़ा कला, भोपाल (MP)।
पूछताछ में सामने आया कि—
KD डॉन भोपाल स्थित रूचि प्रिंटिंग प्रेस से जुड़ा था।
वही प्रेस वनरक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर छाप रही थी।
KD डॉन बेल कंपनी में बाइंडिंग का काम करता था।
प्रेस के कुछ कार्मिकों की मदद से उसने दोनों पारियों के गोपनीय पेपर चोरी किए।
गिरफ्तारी के बाद KD डॉन ने स्वीकार किया कि—
उसने चुराया हुआ पेपर मुख्य आरोपी जबरा राम जाट को 23 लाख रुपये में बेचा।
यह रकम उसे नकद और ऑनलाइन, दोनों तरीकों से किस्तों में दी गई।
एसओजी टीम ने लगातार निगरानी और तकनीकी इनपुट के आधार पर KD डॉन को भोपाल से हिरासत में लेकर 10 दिसंबर को गिरफ्तार किया।
प्रिंटिंग प्रेस के अन्य कार्मिक भी शक के घेरे में
एडीजी बंसल ने बताया कि KD डॉन ने पूछताछ में प्रेस में काम करने वाले अन्य कार्मिकों के नाम भी उजागर किए हैं, जिनकी भूमिका संदिग्ध है।
एसओजी इन सभी व्यक्तियों की सक्रिय तलाश कर रही है, और जांच आगे बढ़ने पर पेपर लीक नेटवर्क के और बड़े राज खुलने की संभावना है।