Thursday, 11 December 2025

जयपुर: राजस्थान भक्ति, शक्ति और लक्ष्मीपुत्रों की धरती — राज्यपाल ने प्रवासी राजस्थानियों से किया आह्वान, “मातृभूमि का कर्ज चुकाने के लिए निवेश बढ़ाएं”


जयपुर: राजस्थान भक्ति, शक्ति और लक्ष्मीपुत्रों की धरती — राज्यपाल ने प्रवासी राजस्थानियों से किया आह्वान, “मातृभूमि का कर्ज चुकाने के लिए निवेश बढ़ाएं”

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राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने प्रवासी राजस्थानियों से अपील की है कि वे मातृभूमि का कर्ज चुकाने के लिए राज्य में बड़े स्तर पर निवेश करें। उन्होंने कहा कि प्रवासी राजस्थानियों ने हमेशा राज्य के सामाजिक-आर्थिक ढांचे को मजबूत किया है और प्रवासी सम्मेलन आर्थिक योगदान को राष्ट्रीय विकास से जोड़ने का बड़ा मंच है।

राज्यपाल बागड़े प्रवासी राजस्थानी दिवस के अवसर पर आयोजित भव्य सम्मेलन में संबोधित कर रहे थे।

“राजस्थान भक्ति, शक्ति और लक्ष्मीपुत्रों की धरती” — राज्यपाल बागड़े

राज्यपाल ने कहा कि राजस्थान केवल वीरों और संतों की धरती नहीं, बल्कि लक्ष्मीपुत्रों—अर्थात उद्यमियों और उद्योगपतियों—की भूमि भी है।
उन्होंने महाकवि कन्हैयालाल सेठिया की प्रसिद्ध पंक्तियाँ “धरती धोरा री” सुनाकर कहा कि—
“मातृभूमि स्वर्ग से भी महान होती है।”

उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की प्रवासी राजस्थानी नीति और निवेश प्रोत्साहन प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि:

  • यह सम्मेलन भविष्य के लिए बड़ी निवेश संभावनाएं लेकर आया है।

  • राजस्थान अब केवल रेगिस्तान नहीं, बल्कि एक हरा-भरा, विकासशील प्रदेश है।

    “प्रवासी राजस्थान में स्थायी वास पर भी विचार करें”

राज्यपाल ने सुझाव दिया कि मुख्यमंत्री शर्मा प्रवासियों को राजस्थान में स्थायी रूप से बसाने की पहल भी करें, जिससे राज्य में औद्योगिक ढांचा और मजबूत होगा।

उन्होंने कहा—

  • “राजस्थान आएं, यहां ज़मीन, मानव शक्ति और सभी आवश्यक सुविधाएं समयबद्ध उपलब्ध करवाई जाएंगी।”

  • प्रवासी उद्यमिता से युवाओं को रोजगार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

  • सम्मेलन में उच्च स्तरीय नेतृत्व की मौजूदगी

भव्य सम्मेलन में उपस्थित रहे—

  • मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा

  • पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया

  • केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल

  • विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी

  • उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी

  • मंत्री प्रेमचंद बैरवा, राज्यवर्धन सिंह राठौड़

राज्यपाल बागड़े ने वाल्मीकि रामायण का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि भगवान राम भी मातृभूमि को स्वर्ग से श्रेष्ठ मानते थे—
“जननी जन्मभूमि स्वर्गादपि गरीयसी।”

उद्यमियों का सम्मान, पुस्तक लोकार्पण और फिल्म शुभारंभ

सम्मेलन में—

  • राज्यपाल ने निवेश कर रहे विशिष्ट उद्यमियों को सम्मानित किया,

  • प्रवासी सम्मेलन पर आधारित पुस्तक का लोकार्पण किया,

  • और राजस्थान पर निर्मित विशेष फिल्म का शुभारंभ किया।

विभिन्न विभागों द्वारा बनाए गए राजस्थान विकास प्रदर्शनी का भी उन्होंने अवलोकन किया।

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