



राजस्थान की राजनीति में बुधवार को फिर हलचल तेज हो गई है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शाम 4 बजे कैबिनेट बैठक और उसके तुरंत बाद 5 बजे मंत्री परिषद की बैठक मुख्यमंत्री कार्यालय में बुलाई है। शासन सचिव डॉ. जोगाराम द्वारा जारी एजेंडा के बाद राजनीतिक गलियारों में अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। माना जा रहा है कि इस बार बैठक सामान्य नहीं, बल्कि बड़े फैसलों वाली हो सकती है।
सूत्रों के अनुसार केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर मंत्रिमंडल के सदस्यों से सामूहिक इस्तीफा लिए जाने की चर्चा तेज है, जिस वजह से कई मंत्री पसोपेश में हैं। गुजरात में हुए बड़े फेरबदल की तर्ज पर राजस्थान में भी ऐसा ही कदम उठाया जा सकता है, यह चर्चा लगातार बढ़ रही है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा हाल में दिल्ली में कई बार केंद्रीय नेतृत्व के संपर्क में रहे, मगर वहां हुई बातचीत का आधिकारिक ब्यौरा सामने नहीं आया है, जिससे अटकलें और गहरा गई हैं।
कुछ दिन पहले केंद्रीय नेतृत्व ने मुख्यमंत्री के माध्यम से सभी मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड मांगा था। अब माना जा रहा है कि इसी रिपोर्ट कार्ड के आधार पर मंत्रिमंडल में व्यापक फेरबदल हो सकता है। हाल ही में हुए अंता उपचुनाव की हार ने भी कई सवाल खड़े किए हैं, क्योंकि उस क्षेत्र में जिम्मेदार रहे कई मंत्री और नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।
इसी बीच, भाजपा के प्रदेश प्रभारी और सांसद राधा मोहन अग्रवाल भी जयपुर पहुंच चुके हैं, जिससे राजनीतिक हलचल और बढ़ गई है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ भी संकेत दे चुके हैं कि मंत्रिमंडल में फेरबदल तय है, और कुछ मंत्रियों को संगठन में भेजा जा सकता है। वहीं, कई वरिष्ठ विधायक मंत्री बनने की उम्मीद में दिल्ली-जयपुर दौड़ में लगे हुए हैं।
बुधवार की कैबिनेट व मंत्री परिषद की बैठक में क्या निर्णय होंगे, यह आधिकारिक रूप से सामने नहीं आया है, लेकिन राजनीतिक गलियारे इसे संभावित बड़े बदलाव का संकेत मान रहे हैं। राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार, फेरबदल और निगम-बोर्ड में नई नियुक्तियों को लेकर चर्चा चरम पर है।
