



जयपुर। राजस्थान पुलिस ने आमजन को साइबर अपराधों से सतर्क रहने की सलाह दी है। अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस (साइबर क्राइम) विजय कुमार सिंह ने मंगलवार को जारी एडवाइजरी में कहा कि “KYC अपडेट के नाम पर ठगी के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है”, इसलिए नागरिकों को ऐसे कॉल, मैसेज या लिंक से बचना चाहिए जो TRAI या मोबाइल कंपनी के नाम पर सिम बंद करने की धमकी देते हैं।
एडीजी सिंह ने बताया कि साइबर ठग डर और भ्रम पैदा करके लोगों की निजी जानकारी हासिल करते हैं। वे अनजान मोबाइल नंबरों या फर्जी व्हाट्सएप अकाउंट से यह कहते हैं कि —
“आपका मोबाइल नंबर अवैध गतिविधियों में शामिल है”
“आपकी KYC समाप्त हो गई है”
“आपका सिम कार्ड आज ही बंद कर दिया जाएगा”
ऐसी धमकी भरे संदेशों या कॉल से घबराकर लोग अपनी व्यक्तिगत जानकारी जैसे नाम, आधार, पैन, बैंक खाता और ओटीपी साझा कर देते हैं। अपराधी इन सूचनाओं का इस्तेमाल कर खातों से धनराशि निकाल लेते हैं।
TRAI सिम बंद नहीं करता: सिम कार्ड बंद करने का अधिकार केवल टेलीकॉम कंपनियों के पास है। TRAI केवल नियामक संस्था है।
केवल कंपनी स्टोर से संपर्क करें: यदि किसी संदेश या कॉल में KYC अपडेट की बात कही जाए तो अपने नेटवर्क प्रोवाइडर के आधिकारिक स्टोर पर ही जानकारी लें।
निजी जानकारी साझा न करें: किसी भी अज्ञात व्यक्ति को ओटीपी, बैंक विवरण, आधार या पैन नंबर न दें।
फर्जी ऐप या लिंक से सावधान रहें: अनजान लिंक पर क्लिक कर कोई भी एप डाउनलोड न करें।
तुरंत रिपोर्ट करें: ऐसे फर्जी नंबर या संदेशों को संचार साथी के चक्षु पोर्टल (https://sancharsaathi.gov.in/sfc/) पर रिपोर्ट करें।
राष्ट्रीय साइबर क्राइम पोर्टल:https://cybercrime.gov.in
राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर: 1930
राजस्थान साइबर हेल्पडेस्क: 9256001930 / 9257510100
निकटतम पुलिस थाना या साइबर पुलिस स्टेशन
उन्होंने कहा कि समय पर सूचना देने से पीड़ित की धनराशि को बैंक के माध्यम से फ्रीज कर वापस पाया जा सकता है।
पुलिस ने स्पष्ट किया कि यह एडवाइजरी जनहित में जारी की गई है ताकि नागरिक साइबर अपराधियों से सतर्क रहें और अपने डिजिटल जीवन को सुरक्षित बना सकें।