Thursday, 13 November 2025

KYC अपडेट के नाम पर बड़ा साइबर जाल: TRAI या सिम कार्ड बंद होने की धमकी से रहें सावधान, राजस्थान पुलिस की एडवाइजरी जारी


KYC अपडेट के नाम पर बड़ा साइबर जाल: TRAI या सिम कार्ड बंद होने की धमकी से रहें सावधान, राजस्थान पुलिस की एडवाइजरी जारी

जयपुर। राजस्थान पुलिस ने आमजन को साइबर अपराधों से सतर्क रहने की सलाह दी है। अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस (साइबर क्राइम) विजय कुमार सिंह ने मंगलवार को जारी एडवाइजरी में कहा कि “KYC अपडेट के नाम पर ठगी के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है”, इसलिए नागरिकों को ऐसे कॉल, मैसेज या लिंक से बचना चाहिए जो TRAI या मोबाइल कंपनी के नाम पर सिम बंद करने की धमकी देते हैं।

ठगी का तरीका — डर पैदा कर जानकारी हासिल करना

एडीजी सिंह ने बताया कि साइबर ठग डर और भ्रम पैदा करके लोगों की निजी जानकारी हासिल करते हैं। वे अनजान मोबाइल नंबरों या फर्जी व्हाट्सएप अकाउंट से यह कहते हैं कि —

“आपका मोबाइल नंबर अवैध गतिविधियों में शामिल है”
“आपकी KYC समाप्त हो गई है”
“आपका सिम कार्ड आज ही बंद कर दिया जाएगा”

ऐसी धमकी भरे संदेशों या कॉल से घबराकर लोग अपनी व्यक्तिगत जानकारी जैसे नाम, आधार, पैन, बैंक खाता और ओटीपी साझा कर देते हैं। अपराधी इन सूचनाओं का इस्तेमाल कर खातों से धनराशि निकाल लेते हैं।

साइबर ठगी से बचाव के मुख्य सुझाव: एडीजी विजय कुमार सिंह ने कहा कि जागरूकता ही इस अपराध से बचने का सबसे प्रभावी उपाय है। उन्होंने कुछ प्रमुख दिशा-निर्देश जारी किए —

  1. TRAI सिम बंद नहीं करता: सिम कार्ड बंद करने का अधिकार केवल टेलीकॉम कंपनियों के पास है। TRAI केवल नियामक संस्था है।

  2. केवल कंपनी स्टोर से संपर्क करें: यदि किसी संदेश या कॉल में KYC अपडेट की बात कही जाए तो अपने नेटवर्क प्रोवाइडर के आधिकारिक स्टोर पर ही जानकारी लें।

  3. निजी जानकारी साझा न करें: किसी भी अज्ञात व्यक्ति को ओटीपी, बैंक विवरण, आधार या पैन नंबर न दें।

  4. फर्जी ऐप या लिंक से सावधान रहें: अनजान लिंक पर क्लिक कर कोई भी एप डाउनलोड न करें।

  5. तुरंत रिपोर्ट करें: ऐसे फर्जी नंबर या संदेशों को संचार साथी के चक्षु पोर्टल (https://sancharsaathi.gov.in/sfc/) पर रिपोर्ट करें।

अगर ठगी हो जाए तो क्या करें: एडीजी सिंह ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति साइबर धोखाधड़ी का शिकार हो जाता है तो तुरंत कार्रवाई करें। पीड़ित व्यक्ति निम्न माध्यमों से शिकायत दर्ज करा सकता है —

  • राष्ट्रीय साइबर क्राइम पोर्टल:https://cybercrime.gov.in

  • राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर: 1930

  • राजस्थान साइबर हेल्पडेस्क: 9256001930 / 9257510100

  • निकटतम पुलिस थाना या साइबर पुलिस स्टेशन

उन्होंने कहा कि समय पर सूचना देने से पीड़ित की धनराशि को बैंक के माध्यम से फ्रीज कर वापस पाया जा सकता है।

राजस्थान पुलिस की अपील: राजस्थान पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध लिंक, कॉल या ईमेल पर भरोसा न करें। “KYC अपडेट, बैंक वेरिफिकेशन या सिम ब्लॉक” जैसी धमकियों से घबराएं नहीं, बल्कि जांच-पड़ताल कर ही प्रतिक्रिया दें।

पुलिस ने स्पष्ट किया कि यह एडवाइजरी जनहित में जारी की गई है ताकि नागरिक साइबर अपराधियों से सतर्क रहें और अपने डिजिटल जीवन को सुरक्षित बना सकें।

    Previous
    Next

    Related Posts