Thursday, 13 November 2025

नशा-मुक्त राजस्थान की दिशा में कदम: डीजीपी राजीव शर्मा ने किया एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स के कार्यालय का उद्घाटन, मादक पदार्थों के खिलाफ जंग को मिलेगी नई रफ्तार


नशा-मुक्त राजस्थान की दिशा में कदम: डीजीपी राजीव शर्मा ने किया एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स के कार्यालय का उद्घाटन, मादक पदार्थों के खिलाफ जंग को मिलेगी नई रफ्तार

जयपुर: राजस्थान पुलिस ने राज्य को नशा-मुक्त समाज बनाने की दिशा में एक और ऐतिहासिक कदम बढ़ाया है। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कुमार शर्मा ने बुधवार को जयपुर के जगतपुरा स्थित महल रोड, 7 नंबर चौराहा पर एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) के नए और अत्याधुनिक कार्यालय का शुभारंभ किया। इस कदम से राज्य में मादक पदार्थों की रोकथाम और तस्करी के विरुद्ध चल रही मुहिम को नई गति और सशक्त दिशा मिलेगी।

डीजीपी शर्मा ने पूजा-अर्चना और फीता काटकर कार्यालय का औपचारिक उद्घाटन किया। इस अवसर पर आईजी एएनटीएफ विकास कुमार ने डीजीपी को एएनटीएफ की विभिन्न शाखाओं का दौरा कराया और अब तक की उपलब्धियों तथा की गई महत्वपूर्ण कार्रवाईयों का प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में डीजी ट्रैफिक अनिल पालीवाल, एडीजी दिनेश एमएन, हवा सिंह घुमरिया, भूपेंद्र साहू, वी.के. सिंह, विशाल बंसल, बिपिन पांडेय, प्रशाखा माथुर और लता मनोज कुमार सहित कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। वहीं, श्रीगंगानगर, जोधपुर, बाड़मेर, जालोर सहित 10 जिलों में स्थित एएनटीएफ चौकियों के प्रभारी भी ऑनलाइन माध्यम से कार्यक्रम में जुड़े।

डीजीपी राजीव शर्मा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि एएनटीएफ की स्थापना राज्य को मादक पदार्थों के दुष्प्रभाव से मुक्त कराने के उद्देश्य से की गई है। उन्होंने बताया कि कुल 18 एएनटीएफ चौकियों की स्थापना की योजना है, जिनमें से 10 चौकियाँ पहले ही संचालन में आ चुकी हैं। एएनटीएफ को आधुनिक संसाधनों, तकनीकी उपकरणों और प्रशिक्षित जनशक्ति से सुसज्जित किया जा रहा है ताकि राज्य में “जीरो टॉलरेंस” नीति को प्रभावी रूप से लागू किया जा सके।

उन्होंने बताया कि नशे के विरुद्ध कार्रवाई के लिए अब केंद्रीय और राज्य एजेंसियों के बीच समन्वय को और मजबूत किया गया है। डीजीपी ने कहा राजस्थान की अंतरराष्ट्रीय सीमा से होकर ड्रोन के माध्यम से मादक पदार्थों की आपूर्ति की कई घटनाएं सामने आई हैं। ऐसे नेटवर्क से निपटने के लिए अब एंटी-ड्रोन सिस्टम तैनात किए जा रहे हैं। बीएसएफ और राजस्थान पुलिस इस दिशा में संयुक्त रूप से काम कर रही हैं।

डीजीपी शर्मा ने यह भी स्पष्ट किया कि अब नाबालिगों का इस्तेमाल कर ड्रग्स तस्करी करने वालों के खिलाफ नए कानूनों के तहत कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि स्थानीय पुलिस को भी इस अभियान में सक्रिय रूप से जोड़ा जाएगा, लेकिन एएनटीएफ एक समर्पित इकाई के रूप में अपने संसाधन और समय केवल इस मिशन को समर्पित करेगी।

शर्मा ने बताया कि एएनटीएफ ने गठन के बाद से एनसीबी (Narcotics Control Bureau) के साथ मिलकर कई संयुक्त कार्रवाईयाँ की हैं, जिनमें अंतरराज्यीय गिरोहों का पर्दाफाश और मादक पदार्थों की बड़ी खेपों की जब्ती शामिल है। उन्होंने यह विश्वास जताया कि नए मुख्यालय से कामकाज शुरू होने के बाद राजस्थान में नशे के खिलाफ लड़ाई को नई रफ्तार मिलेगी और पुलिस की पकड़ और मजबूत होगी।

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