Thursday, 13 November 2025

कांग्रेस ने किया संगठनात्मक फेरबदल: भरतपुर सांसद संजना जाटव और रेहाना रियाज बनीं राष्ट्रीय सचिव, मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र की जिम्मेदारी सौंपी


कांग्रेस ने किया संगठनात्मक फेरबदल: भरतपुर सांसद संजना जाटव और रेहाना रियाज बनीं राष्ट्रीय सचिव, मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र की जिम्मेदारी सौंपी

कांग्रेस पार्टी ने अपने संगठन में बड़ा फेरबदल करते हुए नई राष्ट्रीय सचिवों की नियुक्ति की है। इसमें राजस्थान से दो महिला नेताओं को अहम जिम्मेदारी दी गई है। भरतपुर सांसद संजना जाटव और महिला कांग्रेस की पूर्व प्रदेशाध्यक्ष रेहाना रियाज चिश्ती को कांग्रेस आलाकमान ने राष्ट्रीय सचिव नियुक्त किया है। इन दोनों को संबंधित राज्यों के प्रभारी महासचिवों के साथ अटैच किया गया है।

भरतपुर से पहली बार लोकसभा चुनाव जीतने वाली संजना जाटव को राष्ट्रीय सचिव बनाकर मध्यप्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्हें प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी (पूर्व मंत्री एवं बायतु विधायक) के साथ जोड़ा गया है। इस नियुक्ति के साथ ही मध्यप्रदेश कांग्रेस में अब प्रभारी और सह-प्रभारी दोनों राजस्थान से हैं। इसके साथ ही उषा नायडू को भी मध्यप्रदेश की राष्ट्रीय सचिव बनाते हुए नई जिम्मेदारी दी गई है।

वहीं, रेहाना रियाज चिश्ती, जो राजस्थान महिला कांग्रेस की पूर्व प्रदेशाध्यक्ष रह चुकी हैं, को महाराष्ट्र प्रभारी महासचिव के साथ अटैच किया गया है। पार्टी ने उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर महिला नेतृत्व को मजबूत करने और संगठन में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने का जिम्मा दिया है।

कांग्रेस ने इस फेरबदल में कुल 9 नए नेताओं को राष्ट्रीय सचिव नियुक्त किया है, जबकि 5 सचिवों के प्रभार में बदलाव किया गया है। नए राष्ट्रीय सचिवों में यूथ कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बी.वी. को गुजरात, सचिन सावंत को तेलंगाना, हिना कावड़े और सूरज ठाकुर को पंजाब, जेट्टी कुसुम कुमार को उड़ीसा, निवेदिता आल्वा को तमिलनाडु, भूपेंद्र माड़वी को झारखंड, परगट सिंह को जम्मू-कश्मीर और मनोज यादव को उत्तराखंड की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

इसी क्रम में राजस्थान के सहप्रभारी सचिव रहे देवेंद्र यादव को अब गुजरात का प्रभार दिया गया है। यह फेरबदल कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की मंजूरी से जारी किया गया है। संगठनात्मक पुनर्गठन का उद्देश्य राज्यों में आगामी चुनावों से पहले पार्टी की संगठनात्मक पकड़ मजबूत करना और स्थानीय नेतृत्व को सक्रिय भूमिका देना है।

राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, कांग्रेस ने इस पुनर्गठन के माध्यम से युवा और महिला नेतृत्व को आगे बढ़ाने का संकेत दिया है। राजस्थान से दो महिलाओं को राष्ट्रीय स्तर पर जिम्मेदारी देना पार्टी के संगठनात्मक ढांचे में राजस्थान के बढ़ते प्रभाव को भी दर्शाता है।

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