Thursday, 13 November 2025

पुष्कर मेले का समापन: केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री भागीरथ चौधरी और जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत रहे मौजूद, सांस्कृतिक विरासत और पशु प्रतियोगिताओं ने लूटा समा


पुष्कर मेले का समापन: केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री भागीरथ चौधरी और जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत रहे मौजूद, सांस्कृतिक विरासत और पशु प्रतियोगिताओं ने लूटा समा

अंतर्राष्ट्रीय पुष्कर मेला-2025 का भव्य समापन बुधवार को आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और लोक परंपराओं के अद्भुत संगम के साथ हुआ। समापन समारोह में केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री भागीरथ चौधरी और राजस्थान के जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने विजेताओं को सम्मानित किया और मेले की सफल आयोजन के लिए बधाई दी।

समारोह में केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री भागीरथ चौधरी ने कहा कि मेले भारतीय संस्कृति की आत्मा हैं और पुष्कर मेला सदियों पुरानी सनातन संस्कृति का जीवंत प्रतीक है। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन राष्ट्रीयता, भाईचारे और सांस्कृतिक प्रवाह को जीवित रखते हैं। जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत ने कहा कि तीर्थराज पुष्कर को विश्व में विशिष्ट पहचान प्राप्त है और सरकार यहां के विकास के लिए व्यापक योजना पर काम कर रही है।

मेला मैदान में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने दर्शकों का मन मोह लिया। 150 से अधिक छात्राओं ने सामूहिक नृत्य प्रस्तुत किया। ऊंट परेड, कला जत्था यात्रा, कच्छी घोड़ी नृत्य, कालबेलिया, हरियाणवी और राजस्थानी लोक नृत्य सहित अग्नि प्रदर्शन ने उपस्थितों को रोमांचित कर दिया।

पशुपालन विभाग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार इस वर्ष मेले में कुल 6715 पशु शामिल हुए, जिनमें 4957 अश्व, 1576 ऊंट और 1180 गाय-भैंस शामिल थीं। विभिन्न पशु प्रतियोगिताओं में 804 पशुओं का खरीद-फरोख्त हुआ, जिसमें लगभग ₹4.09 करोड़ का लेनदेन हुआ।

दुग्ध और नस्ल प्रतियोगिताओं में कई पशुपालकों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। सर्वश्रेष्ठ मेले के पशु हेतु दीपक पुत्र मनराज अहीर (अजमेर) को 21 हजार रुपए पुरस्कार के साथ सम्मानित किया गया। इसी प्रकार गीर और दुग्ध श्रेणी में भी श्रेष्ठ पशुपालकों को सम्मान दिया गया।

समापन अवसर पर "वंदे मातरम" के 150 वर्ष पूर्ण होने पर विशेष मार्च पास्ट और सामूहिक वंदे मातरम गायन हुआ। जिला कलेक्टर लोक बंधु ने मेले के औपचारिक समापन की घोषणा की और कहा कि यह मेला इस बार नवाचारों के साथ और अधिक सुव्यवस्थित ढंग से आयोजित किया गया।

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