



पुष्कर। विश्वविख्यात अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेला 2025 का आज भव्य शुभारंभ हुआ। उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने पारंपरिक विधि-विधान के साथ भगवान ब्रह्मा जी की पूजा-अर्चना कर मेले का उद्घाटन किया। ब्रह्म मंदिर परिसर मंत्रोच्चार और धार्मिक उत्साह से गूंज उठा, वहीं सांस्कृतिक रंगों से सराबोर पुष्कर ने एक बार फिर अपनी अनोखी पहचान को जीवंत कर दिया।
पूजा-पाठ के पश्चात उपमुख्यमंत्री ने ध्वजारोहण कर मेले की औपचारिक शुरुआत की। इस दौरान स्कूली बच्चों द्वारा प्रस्तुत रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने सभी का मन मोह लिया। दिया कुमारी स्वयं बच्चों के बीच पहुंचीं और उनका उत्साहवर्धन किया। विदेशी पर्यटकों ने भी पारंपरिक संस्कृति और आस्था से ओत-प्रोत इस आयोजन का उत्साहपूर्ण आनंद लिया।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा 101 नगाड़ों की सामूहिक प्रस्तुति, जिसने पूरे पुष्कर को वाद्य ध्वनि से गुंजायमान कर दिया। उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने स्वयं नगाड़ा बजाकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई और उपस्थित जनता का अभिवादन स्वीकार किया।

इस अवसर पर दिया कुमारी ने कहा कि पुष्कर मेला राजस्थान की संस्कृति, परंपरा और आस्था का प्रतीक है। इस वर्ष मेले को बड़े स्तर पर आयोजित किया गया है ताकि पर्यटक राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को करीब से अनुभव कर सकें। हमारी सरकार पुष्कर को वैश्विक स्तर पर और अधिक पहचान दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।”
उन्होंने बताया कि पुष्कर कॉरिडोर की डीपीआर तैयार हो चुकी है, और जल्द ही इसका कार्य प्रारंभ होगा। साथ ही उन्होंने घोषणा की कि 19 नवंबर को प्रदेश के प्रत्येक संभाग मुख्यालय पर ‘घूमर महोत्सव’ आयोजित किया जाएगा, जो राजस्थान की सांस्कृतिक पहचान को विश्व पटल पर स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होगा।
5 नवंबर तक चलने वाले इस मेले में देश-विदेश से हजारों पर्यटकों के पहुंचने की उम्मीद है। यह मेला धार्मिक आस्था के साथ-साथ राजस्थान की लोक कला, संगीत, हस्तशिल्प और परंपराओं का अद्वितीय संगम प्रस्तुत करता है।
इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत, संभागीय आयुक्त शक्ति सिंह, जिला कलेक्टर लोकबंधु, एसपी वंदिता राणा, भाजपा अजमेर देहात जिलाध्यक्ष जीतमल, सभापति कमल पाठक सहित अनेक जनप्रतिनिधि, कलाकार, अधिकारी और बड़ी संख्या में श्रद्धालु एवं पर्यटक उपस्थित रहे।