



नई दिल्ली। देश के न्यायिक इतिहास में एक और महत्वपूर्ण अध्याय जुड़ने जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ जज जस्टिस सूर्यकांत भारत के अगले मुख्य न्यायाधीश (Chief Justice of India) बनने जा रहे हैं। मौजूदा CJI डीवाई चंद्रचूड़ के बाद पदभार संभालने वाले CJI बीआर गवई ने अपने उत्तराधिकारी के रूप में जस्टिस सूर्यकांत के नाम की आधिकारिक सिफारिश कर दी है।
हरियाणा के एक छोटे से गांव से निकलकर देश की सर्वोच्च न्यायपालिका तक पहुंचे जस्टिस सूर्यकांत की यह नियुक्ति न्याय व्यवस्था में उनकी दीर्घकालिक सेवा और श्रेष्ठ विधिक दृष्टि का प्रतीक है। वह अगले महीने CJI गवई के रिटायर होने के बाद भारत के 53 वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ लेंगे।
जस्टिस सूर्यकांत का कार्यकाल 24 नवंबर 2025 से शुरू होगा और वे अपनी निर्धारित फरवरी 2027 की सेवानिवृत्ति तक इस जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगे। न्यायपालिका में पारदर्शिता, सुगमता और आमजन की न्याय तक पहुंच को मजबूत करने के लिए वह लंबे समय से प्रयासरत रहे हैं।
कानून के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के कारण वह कई महत्वपूर्ण फैसलों, न्याय सुधारों और जनहित से जुड़े मामलों में अपनी न्यायपूर्ण और संवेदनशील दृष्टिकोण के लिए जाने जाते हैं। उनकी नियुक्ति से न्याय व्यवस्था में नए सुधार और तकनीकी उन्नयन को और बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।