



बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन (RJD-कांग्रेस) में सीट बंटवारे और साझा घोषणा पत्र को लेकर तनाव बढ़ गया है। इस विवाद को सुलझाने के लिए कांग्रेस आलाकमान ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पटना भेजा है। गहलोत बुधवार सुबह पटना पहुंचे और वहां उन्होंने आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव तथा तेजस्वी यादव से उनके आवास पर करीब एक घंटे तक मुलाकात की।
मुलाकात के बाद गहलोत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि “हमारी लालू जी और तेजस्वी यादव से बहुत अच्छी बातचीत हुई है। कल प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी, और सब कुछ स्पष्ट कर दिया जाएगा।” उन्होंने कहा कि महागठबंधन पूरी मजबूती के साथ NDA के खिलाफ चुनाव लड़ेगा। गहलोत ने यह भी बताया कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव मिलकर चुनाव अभियान की शुरुआत करेंगे।

पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने यह स्वीकार किया कि कुछ सीटों पर दोस्ताना मुकाबला (Friendly Contest) संभव है। उनके मुताबिक “बिहार की कुल 243 विधानसभा सीटों में से 5-7 सीटों पर दोस्ताना मुकाबला हो सकता है, लेकिन हमारा उद्देश्य एक ही है— एनडीए को हराना।”
सूत्रों के अनुसार कांग्रेस चाहती है कि उसे 70 से अधिक सीटें दी जाएं, जबकि आरजेडी 60 से कम सीटें देने के पक्ष में नहीं है। यही कारण है कि गठबंधन के भीतर वार्ता पिछले कुछ दिनों से अटकी हुई थी। इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के.सी. वेणुगोपाल ने भी तेजस्वी यादव से फोन पर बातचीत की है और सभी मुद्दों को जल्द सुलझाने का भरोसा जताया है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि गुरुवार को पटना में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में महागठबंधन अपनी सीट शेयरिंग और साझा घोषणा पत्र का ऐलान करेगा।