जयपुर। विश्व पर्यटन दिवस (27 सितम्बर) के अवसर पर Future Society का डिजिटल बाल मेला एक अनूठी पहल शुरुआत की। —“संग्रहालयों की कहानी, बच्चों की जुबानी – The Power of Museums”। यह अभियान जयपुर के जवाहर कला केंद्र से शुरू होगा और 30 मार्च, राजस्थान स्थापना दिवस पर भव्य समापन के साथ बच्चों की रचनाओं का सार्वजनिक प्रदर्शन किया जाएगा।
इस पहल के तहत देश-विदेश के बच्चे अपने पसंदीदा संग्रहालयों की पेंटिंग्स बनाएंगे। इसमें शामिल होंगे—पेरिस का लौवर म्यूजियम,लंदन का ब्रिटिश म्यूजियम,जयपुर का अल्बर्ट हॉल संग्रहालय,और कई अन्य धरोहर स्थल। बच्चे अपनी कल्पना और रंगों से इतिहास और संस्कृति को जीवंत करेंगे।
डिजिटल बाल मेला की फाउंडर जान्हवी शर्मा ने बताया कि अभियान का उद्देश्य बच्चों तक दुनिया भर के लगभग 10,000 संग्रहालयों की जानकारी पहुँचाना है। यह प्रयास बच्चों को धरोहर स्थलों की अहमियत से परिचित कराएगा और संग्रहालय उनके लिए जीवित कक्षाओं जैसा अनुभव देंगे।
इस पहल से बच्चों को न केवल विश्व धरोहर स्थलों बल्कि राजस्थान की कला, स्थापत्य और संस्कृति की भी गहरी समझ मिलेगी। यह अभियान बच्चों में इतिहास के प्रति जिज्ञासा बढ़ाएगा और उन्हें अपनी संस्कृति को जानने और संजोने की प्रेरणा देगा।
अभियान के समापन पर जब बच्चों की पेंटिंग्स प्रदर्शित की जाएंगी तो आम जनता को भी यह अवसर मिलेगा कि वे बच्चों की नजर से संग्रहालयों की कहानियाँ देख और महसूस कर सकें।