जयपुर। राजस्थान के वरिष्ठ आदिवासी नेता और चार बार मंत्री रहे नंदलाल मीणा का शनिवार को निधन हो गया। उन्होंने अहमदाबाद के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे नंदलाल मीणा का राजनीतिक जीवन आदिवासी समाज को मुख्यधारा से जोड़ने और उनके अधिकारों की आवाज बुलंद करने को समर्पित रहा।
नंदलाल मीणा ने अपने राजनीतिक सफर में न केवल विधानसभा बल्कि संसद में भी राजस्थान का प्रतिनिधित्व किया। वे चार बार राज्य सरकार में मंत्री रहे और आदिवासी हितों को लेकर हमेशा मुखर रहे। उनके पुत्र हेमंत मीणा वर्तमान में राजस्थान सरकार में राजस्व मंत्री हैं।
मीणा को एक जमीन से जुड़े नेता के रूप में जाना जाता था। उन्होंने गांव-ढाणी के विकास, युवाओं को शिक्षा से जोड़ने और रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए कई पहल कीं। उनका योगदान आदिवासी समाज को राजनीतिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण माना जाता है।
उनके निधन से प्रदेश की राजनीति और विशेषकर आदिवासी समाज को गहरा आघात पहुंचा है। विभिन्न दलों के नेताओं और समर्थकों ने उन्हें संघर्षशील व्यक्तित्व और समाज का सच्चा प्रहरी बताया। उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव में किया जाएगा।