कोटा का राष्ट्रीय दशहरा मेला 2025 सोमवार को भव्यता और परंपरा के साथ शुरू हुआ। मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने ध्वजारोहण कर और आतिशबाजी के बीच मेले की औपचारिक शुरुआत की। इसके बाद आसमान में गुब्बारे उड़ाकर मेले के सांस्कृतिक उत्सव का आगाज किया गया।
मेले की शुरुआत श्रीराम रंगमंच से हुई, जहां राघवेन्द्र कला संस्थान के कलाकारों ने रामलीला का मंचन शुरू किया। इस अवसर पर विधायक संदीप शर्मा, कल्पना देवी, शहर भाजपा जिला अध्यक्ष राकेश जैन, महापौर राजीव अग्रवाल, मेला अध्यक्ष विवेक राजवंशी, मेला अधिकारी अशोक कुमार त्यागी, आयुक्त ओमप्रकाश मेहरा सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा किमेले स्वदेशी का आधार स्तंभ हैं और स्वदेशी उत्पादों की ताकत से भारत आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है।मेले में संस्कृति, संस्कार और विरासत के साथ आधुनिकता का संगम दिखाई देता है।देशभर की हस्तशिल्प कला और परंपराएं एक ही छत के नीचे नजर आएंगी।मेले में सभी धर्म और समाज की संस्कृतियों का उत्सव मनाया जाता है।
उन्होंने श्रीराम चरित्र का उल्लेख करते हुए कहा कि भगवान राम का जीवन त्याग, तपस्या और समर्पण की प्रेरणा देता है। रामलीला के माध्यम से मेले में उनके आदर्शों का प्रसार होगा।अहंकार रूपी रावण का अंत कर राम ने सिद्ध किया कि अहंकारी व्यक्ति कभी स्थायी राज नहीं कर सकता।
महापौर राजीव भारती ने कहा कि कोटा का दशहरा मेला हमारी परंपरा और धरोहर का अमूल्य संगम है और यह कोटा वासियों के लिए गौरव की बात है।
मेला अध्यक्ष विवेक राजवंशी ने कहा कि इस बार राम बारात मार्ग में परिवर्तन लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के प्रयासों से किया गया है। उन्होंने कहा कि मेला केवल समिति का नहीं, बल्कि हर कोटा निवासी का है और सभी को इससे जोड़ा जाएगा।