जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देश पर प्रदेशभर में ग्रामीण और शहरी सेवा शिविर आयोजित किए जा रहे हैं, जिनका उद्देश्य आमजन को एक ही स्थान पर सभी सेवाएं उपलब्ध कराना और समस्याओं का त्वरित समाधान करना है।
ग्रामीण सेवा शिविरों में राजस्व विभाग के कार्यों पर विशेष जोर रहेगा, जिनमें लंबित फार्मर रजिस्ट्री, किसान गिरदावरी ऐप, नामांतरण, आपसी सहमति से विभाजन, जाति और मूलनिवास प्रमाणपत्र बनाना शामिल है। वहीं ग्रामीण विकास विभाग के तहत पंडित दीनदयाल उपाध्याय गरीबी मुक्त गांव योजना, सांसद और विधायक निधि से स्वीकृत कार्य जैसे स्कूल मरम्मत शामिल होंगे। पंचायती राज विभाग स्वामित्व योजना के पट्टों का वितरण करेगा।
चिकित्सा विभाग एनसीडी स्क्रीनिंग, मातृ-शिशु स्वास्थ्य, पीएमजेवाइ, टीबी मुक्त भारत अभियान चलाएगा। पशुपालन विभाग पशु स्वास्थ्य शिविर और टीकाकरण कराएगा। कृषि विभाग बीज मिनी किट बांटेगा, जबकि ऊर्जा विभाग झूलते तार ठीक करेगा और बिजली बिल संबंधित समस्याएं सुलझाएगा। सामाजिक न्याय, महिला एवं बाल विकास, श्रम और आपदा प्रबंधन विभाग भी अपनी योजनाओं से जनता को सीधा लाभ पहुंचाएंगे।
वहीं शहरी सेवा शिविरों में शहर की साफ-सफाई, सड़क मरम्मत, स्ट्रीट लाइट सुधार, पार्कों और सामुदायिक स्थलों का सौंदर्यकरण जैसे काम होंगे। जन्म-मृत्यु/विवाह पंजीयन, ट्रेड लाइसेंस, सीवर कनेक्शन, भवन स्वीकृति और पट्टों का निस्तारण भी यहीं किया जाएगा। लीज से फ्री होल्ड पट्टों की सुविधा दी जाएगी।
शिविरों में पेंशन योजनाओं, पीएम स्वनिधि, बीमा और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के आवेदन लिए जाएंगे और लाभ तुरंत स्वीकृत किया जाएगा। इसके अलावा ‘नमो पार्क’ और ‘नमो वन’ की स्थापना भी इन शिविरों के जरिए की जाएगी।
इन सेवा शिविरों का मकसद है कि ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के नागरिकों को सरकारी दफ्तरों के चक्कर न लगाने पड़ें और उनकी समस्याओं का समाधान एक ही छत के नीचे और समयबद्ध रूप से हो सके।