जयपुर। राजस्थान हाईकोर्ट द्वारा ब्यावर निवासी भरत मालानी और उदयपुर निवासी अशोक सिंह को बरी किए जाने के फैसले के बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला और कहा कि यह फैसला इस बात का प्रमाण है कि गहलोत सरकार ने विपक्ष से जुड़े निर्दोष लोगों को राजनीतिक षड्यंत्र का शिकार बनाया था।
राठौड़ ने कहा कि वर्ष 2020 में अशोक गहलोत सरकार ने एसओजी और एसीबी का दुरुपयोग करते हुए झूठे मुकदमे दर्ज करवाए थे। इन मुकदमों का उद्देश्य कांग्रेस की आंतरिक फूट और सत्ता संघर्ष को छिपाना था। भाजपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि इस साजिश के कारण निर्दोष लोगों को लगभग एक माह तक जेल में रहना पड़ा।
उन्होंने कहा कि कोर्ट द्वारा एसीबी की एफआर (फाइनल रिपोर्ट) के आधार पर दोनों को बरी किया जाना कांग्रेस सरकार की चालों और झूठे मुकदमों की पोल खोलता है। राठौड़ ने यह भी आरोप लगाया कि उस समय कांग्रेस ने अपने ही अंदरूनी संघर्ष और सचिन पायलट को कमजोर करने की रणनीति के तहत भाजपा समर्थित व्यक्तियों को निशाना बनाया।