जयपुर। राजस्थान कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि एनजीओ को फंडिंग देकर बच्चों का ब्रेनवॉश किया जा रहा है और उनके जरिए आरएसएस व भाजपा की विचारधारा थोपने की कोशिश हो रही है। डोटासरा ने यह बात जवाहर बाल मंच के तीन दिवसीय ट्रेनिंग कैंप के उद्घाटन अवसर पर कही।
उन्होंने कहा कि जब वे शिक्षा मंत्री थे तब उनके पास एक एनजीओ के प्रतिनिधि आए थे। उन्होंने प्रस्ताव दिया था कि वे 10वीं से 12वीं के बच्चों को माइंड वॉश प्रोग्राम के तहत फ्री एजुकेशन देंगे और उनकी विचारधारा समझाएंगे। यहां तक कि इसे एक प्रमुख न्यूज चैनल पर लाइव भी प्रसारित किया जाना था। डोटासरा ने आरोप लगाया कि इस कार्यक्रम का मकसद केवल तीन-चार साल बाद वोटर बनने वाले बच्चों का ब्रेनवॉश करना था।
डोटासरा ने कहा कि उन्होंने तुरंत समझ लिया था कि यह पहल शिक्षा नहीं बल्कि विचारधारा थोपने का प्रयास है। उनकी बात की पुष्टि उस एनजीओ के साथ आई एक बच्ची ने भी की, जिसने बाद में कहा कि वास्तव में केंद्र से एनजीओ को फंडिंग दी गई है और वोटर बनने वाले बच्चों को प्रभावित करने का टारगेट सौंपा गया है।
डोटासरा ने केंद्रीय गृह मंत्री के उस बयान की आलोचना की जिसमें कहा गया था कि अंग्रेजी बोलने वालों को शर्म आनी चाहिए और मातृभाषा में शिक्षा देनी चाहिए। डोटासरा ने कहा कि मातृभाषा वही है जो बच्चा अपनी मां से सीखता है, लेकिन ग्लोबलाइजेशन के इस दौर में अंग्रेजी सीखना जरूरी है क्योंकि यह अंतरराष्ट्रीय भाषा है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन में स्कूली पाठ्यक्रम को अपडेट किया गया था, जिसमें आजादी के पहले और बाद की महत्वपूर्ण घटनाओं और योगदानकर्ताओं का विवरण शामिल किया गया। बच्चों को सही इतिहास की जानकारी होना आवश्यक है, न कि केवल लाल किले से दिए जाने वाले भाषणों के आधार पर संकुचित विचारधारा बनाई जाए।