जयपुर। राजस्थान विधानसभा का मानसून सत्र 3 सितंबर, बुधवार को प्रातः 11:00 बजे प्रश्न-काल (Question Hour) से शुरू हुआ। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विधायकों ने जनता से जुड़े मुद्दों को लेकर सरकार से सवाल पूछने शुरू किए।
सत्र के पहले दिन से ही विपक्ष आक्रामक रुख में नजर आया। कांग्रेस विधायक दल ने पहले ही बैठक कर यह तय किया था कि महंगाई, बेरोजगारी, कानून-व्यवस्था और बाढ़ जैसे मुद्दों पर सरकार को कटघरे में खड़ा किया जाएगा। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा था कि “जनहित के मुद्दों पर सरकार से जवाब लेकर रहेंगे।”
जैसे ही कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी विधायकों ने विभिन्न विभागों से संबंधित प्रश्न उठाए। वहीं, सरकार ने अपने कामकाज का ब्योरा प्रस्तुत किया। सदन में कई बार हंगामे जैसे हालात भी बने, लेकिन प्रश्न-काल नियमानुसार जारी रहा।
यह सत्र इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि इसमें किसानों की समस्याओं, बेरोजगारी और हाल ही में प्रदेश में आई बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं पर चर्चा होने की संभावना है। साथ ही, विपक्ष यह साबित करने की कोशिश करेगा कि सरकार जनता से जुड़े सवालों के जवाब देने से बच रही है।