जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सोमवार को मुख्यमंत्री निवास पर कोटा, झालावाड़-बारां, टोंक-सवाईमाधोपुर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, उदयपुर, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा और बांसवाड़ा लोकसभा क्षेत्र के सांसदों, विधायकों, प्रत्याशियों और भाजपा जिला अध्यक्षों के साथ गहन संवाद किया।
मुख्यमंत्री शर्मा ने सोमवार को सांसद-विधायक संवाद कार्यक्रम में पार्टी प्रतिनिधियों को सख्त संदेश देते हुए कहा कि— "सांसद और विधायक खुद को संगठन से ऊपर न समझें। मैं और मेरा व्यक्ति, इस सोच से ऊपर उठकर संगठन के लिए काम करने वाले कार्यकर्ता को ही मौका दिया जाएगा।"
उन्होंने साफ कहा कि पंचायत और निकाय चुनाव में पार्टी पूरी तरह से उन कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता देगी, जिन्होंने निस्वार्थ भाव से संगठन के लिए काम किया है। इस प्रक्रिया की पार्टी स्तर पर पूरी मॉनिटरिंग होगी।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि— “विकसित राजस्थान @2047 हमारा सामूहिक संकल्प है। राज्य सरकार की लोककल्याणकारी योजनाओं से आमजन के जीवन में उजियारा आया है। जनसेवा के पथ पर सरकार और संगठन बेहतर तालमेल के साथ तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।”
उन्होंने जनप्रतिनिधियों से आह्वान किया कि वे जल जीवन मिशन, मुफ्त बिजली योजना और ग्रामीण विकास कार्यक्रमों के प्रभावी क्रियान्वयन में सहयोग दें।
ऊर्जा क्षेत्र में 20 हजार करोड़ रुपये के कार्यों को धरातल पर उतारने की दिशा में काम हो रहा है। किसानों को दिन में बिजली उपलब्ध कराने की योजना पर 22 जिलों में काम शुरू हो चुका है। वहीं, 150 यूनिट तक मुफ्त बिजली योजना का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाने के निर्देश भी दिए गए।
उन्होंने कहा कि संवाद कार्यक्रम में 5 हजार गांवों को गरीबी मुक्त करने, राम जल सेतु लिंक और यमुना जल समझौते जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई।
16 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक सेवा पखवाड़ा आयोजित होगा।
29 सितम्बर से 31 अक्टूबर तक सांसद खेल महोत्सव होगा।
29 से 31 अक्टूबर तक सरदार पटेल जयंती के अवसर पर हर संसदीय क्षेत्र में 150 किमी की पदयात्रा आयोजित की जाएगी।
उन्होंने कहा— “सरकार और संगठन मिलकर राजस्थान को जल, ऊर्जा और उद्योग सहित सभी क्षेत्रों में आत्मनिर्भर बनाते हुए समाज के हर वर्ग के कल्याण के लिए दृढ़संकल्पित हैं।”