जयपुर। बालोतरा जिले के पचपदरा में प्रस्तावित मेगा रिफाइनरी की शुरुआत एक बार फिर टल गई है। पहले अगस्त 2025 से उत्पादन शुरू करने के दावे किए गए थे, लेकिन अब इसकी संभावित शुरुआत जनवरी 2026 तक खिसक गई है। इस देरी का असर न केवल रिफाइनरी परियोजना पर पड़ा है, बल्कि राइजिंग राजस्थान के दौरान हुए हजारों करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव भी अधर में लटक गए हैं।
इस जोन में 500 से अधिक उद्योगों की स्थापना का अनुमान था।
करीब 20 हजार नए रोजगार सृजित होने की संभावना जताई गई थी।
प्लास्टिक, फाइबर, पेंट, केमिकल्स, पैकेजिंग और फार्मा जैसे क्षेत्रों में निवेश की उम्मीद थी।
विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि यह परियोजना समय पर शुरू होती है तो पश्चिमी राजस्थान की आर्थिक तस्वीर बदल सकती है। रिफाइनरी के चालू होने के साथ ही पेट्रोकेमिकल हब छोटे और बड़े उद्योगों को गति देगा और रोजगार के नए अवसर खोलेगा।