Monday, 25 August 2025

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का भाजपा सरकार पर प्रहार: धनखड़ के इस्तीफे, रिफाइनरी और योजनाओं पर उठाए सवाल


 पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का भाजपा सरकार पर प्रहार: धनखड़ के इस्तीफे, रिफाइनरी और योजनाओं पर उठाए सवाल

जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बातचीत के दौरान भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर तीखे हमले बोले। उन्होंने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे, पचपदरा रिफाइनरी प्रोजेक्ट, आरजीएचएस स्कीम और प्रदेश की मौजूदा स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े किए।

उपराष्ट्रपति धनखड़ के इस्तीफे पर सवाल: गहलोत ने अमित शाह के उस बयान को खारिज किया जिसमें धनखड़ के इस्तीफे का कारण स्वास्थ्य कारण बताया गया था। उन्होंने कहा कि पूरा देश पूछ रहा है कि हमारा उपराष्ट्रपति अचानक गायब कैसे हो गया? कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया, न उनकी तरफ से न सरकार की तरफ से। यह लीपापोती है। इतने दिन से वे बाहर क्यों नहीं आ रहे? अगर बीमार हैं तो प्रधानमंत्री, गृह मंत्री या कोई मंत्री उनसे मिलने क्यों नहीं गया? यह देशवासियों को भ्रमित करने का प्रयास है। गहलोत ने सवाल उठाया कि देश का उपराष्ट्रपति शाम तक मीटिंग ले और रात को इस्तीफा देकर पूरी तरह सीन से गायब हो जाए, तो यह गंभीर और असामान्य स्थिति है।

पचपदरा रिफाइनरी को बताया बर्बाद प्रोजेक्ट: गहलोत ने एचपीसीएल राजस्थान रिफाइनरी पर भी भाजपा सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि यह 40 हजार करोड़ का प्रोजेक्ट था, जिसे भाजपा ने पहले ही रोक दिया। इसी कारण इसकी लागत बढ़कर एक लाख करोड़ तक पहुंच गई। अगर यह काम लगातार चलता तो पांच–सात साल में पूरा हो जाता। आज इसकी लागत कई गुना बढ़ चुकी है।

आरजीएचएस स्कीम पर निशाना: पूर्व सीएम ने कहा कि आरजीएचएस योजना पेंशनधारियों के लिए बहुत उपयोगी थी लेकिन वर्तमान सरकार इसे सही तरीके से नहीं चला रही है। उन्होंने आरोप लगाया—“आज भी यह योजना कागजों में 25 लाख की है, लेकिन असलियत में पांच लाख की कर दी गई है। प्राइवेट अस्पतालों को भुगतान नहीं किया जा रहा। अगर बेइमानी हुई है तो कार्रवाई करो, लेकिन योजना बंद मत करो।”

जोधपुर में 15 अगस्त मनाने पर तंज: गहलोत ने मुख्यमंत्री शर्मा पर तंज कसते हुए कहा कि जोधपुर में 15 अगस्त मनाकर क्या किया? वहां कोई विकास की घोषणा करते, कायाकल्प करते। जयपुर में नहीं, हमें वहीं मनाना है। यह तो वसुंधराजी की नकल है। अगली बार भरतपुर में कर दें, उनका खुद का जिला है।”

गहलोत ने कहा कि राजस्थान की हालत गंभीर है और मुख्यमंत्री को सही सलाह देने वाला कोई नहीं है। उन्होंने कहा कि “मैंने जोधपुर में कहा था कि पता नहीं उनके एडवाइजर कौन हैं। सरकार योजनाएं बंद कर रही है और जनता को राहत देने की बजाय सिर्फ घोषणाओं और दिखावे में उलझी हुई है।”

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