Friday, 22 August 2025

राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार और पुनर्गठन की चर्चा तेज: विधानसभा सत्र से पहले कई मंत्रियों को हटाने और नए चेहरों की एंट्री की कवायद शुरू


राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार और पुनर्गठन की चर्चा तेज: विधानसभा सत्र से पहले कई मंत्रियों को हटाने और नए चेहरों की एंट्री की कवायद शुरू

जयपुर। विधानसभा सत्र से पहले राजस्थान की राजनीति में मंत्रिमंडल विस्तार और पुनर्गठन की चर्चा ने जोर पकड़ लिया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की भाजपा सरकार में शामिल होने के लिए कई विधायकों ने दिल्ली और प्रदेश स्तर पर केंद्रीय संगठन से संपर्क साधना शुरू कर दिया है। वहीं यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि कुछ मौजूदा मंत्रियों को हटाकर उन्हें संगठन में समायोजित किया जा सकता है।

सूत्रों के अनुसार जिन मंत्रियों के कामकाज को लेकर असंतोष है, उनमें से कुछ ने दिल्ली जाकर अपनी स्थिति बचाने के प्रयास किए हैं। इसी बीच मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शनिवार को कैबिनेट और मंत्री परिषद की बैठक बुलाने का ऐलान किया है। माना जा रहा है कि इस बैठक में विधानसभा सत्र में पेश किए जाने वाले बिलों पर चर्चा होगी। साथ ही, यह भी अटकलें लग रही हैं कि मुख्यमंत्री सभी मंत्रियों से गोपनीय रूप से इस्तीफे मांग सकते हैं, ताकि पुनर्गठन और विस्तार की प्रक्रिया को सुचारू रूप से आगे बढ़ाया जा सके।

पिछले 20 महीनों में मंत्रियों के कामकाज का राजनीतिक और प्रशासनिक रिपोर्ट कार्ड तैयार कर दिल्ली भेजा है। इसमें न केवल मंत्रियों के प्रदर्शन बल्कि अन्य विधायकों और हारे हुए प्रत्याशियों की राय को भी शामिल किया गया है। मुख्यमंत्री की जनसुनवाई और भाजपा कार्यालय तक पहुंचने वाली शिकायतों का भी इस रिपोर्ट कार्ड में विश्लेषण किया गया है।

भाजपा नेतृत्व ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि संभावित मंत्रियों का चयन उनकी अभियानों में सक्रियता के आधार पर होगा। हर घर तिरंगा अभियान, हरियालो राजस्थान, आपातकाल दिवस और विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस जैसे अभियानों में सक्रियता को महत्वपूर्ण पैमाना माना जा रहा है।

संभावित नए चेहरे और हटाए जाने वाले मंत्री: मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले नए चेहरों को लेकर जिन नामों की चर्चा है, उनमें शामिल हैं: श्रीचंद कृपलानी, पुष्पेंद्र सिंहराणावत, अनिता भदेल, कुलदीप धनकड़, पाबा राम बिश्नोई, नोक्षम चौधरी, दिप्ती माहेश्वरी, ललित मीणा, अरुण चौधरी, गुरुवीर सिंह, जगत सिंह, शैलेश सिंह और रामबिलास का नाम शामिल है। वही जिन मंत्रियों को हटाकर संगठन में भेजने की चर्चा है, उनमें डॉ. प्रेमचंद बैरवा, हेमंत मीणा, गौतम दग, केके विश्नोई और विजय सिंह के नाम सामने आ रहे हैं।

मंत्रिमंडल विस्तार या पुनर्गठन को लेकर अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, प्रदेश प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल, प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और अन्य राष्ट्रीय नेताओं के बीच विस्तृत चर्चा के बाद ही लिया जाएगा।


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