28 जुलाई को संसद परिसर में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में विपक्षी दलों ने संयुक्त रूप से प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव समेत INDIA गठबंधन के कई दलों के सांसदों ने हिस्सा लिया। प्रदर्शन का उद्देश्य हाल ही में सामने आए विवादित मुद्दों, विशेषकर SIR (संशोधित निर्वाचन नियम) के खिलाफ अपनी असहमति दर्ज कराना था।
इस मौके पर मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि विपक्षी गठबंधन INDIA संसद में जनता के अधिकारों की आवाज़ लगातार उठाता रहेगा। उन्होंने SIR के ज़रिए कमज़ोर और वंचित वर्गों से उनके वोटिंग अधिकार छीनने के प्रयासों की कड़ी आलोचना की और इसे एक साज़िश करार दिया।
खड़गे ने सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि, "हम लोकतंत्र और संविधान पर RSS और BJP की मनुवादी मानसिकता हावी नहीं होने देंगे।" उन्होंने दावा किया कि सत्ता पक्ष की नीतियाँ अल्पसंख्यकों, दलितों और अन्य पिछड़े वर्गों के अधिकारों को कुचलने की ओर अग्रसर हैं।
खड़गे ने यह भी दोहराया कि कांग्रेस और उसके सहयोगी दल देश की लोकतांत्रिक संरचना की रक्षा के लिए सड़क से लेकर संसद तक संघर्ष करते रहेंगे।