जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे को लेकर विपक्ष द्वारा की जा रही टिप्पणी को दुर्भाग्यपूर्ण और घिनौनी करार दिया है। मंगलवार को जयपुर से केकड़ी जाते समय टोंक में आयोजित भाजपा कार्यकर्ताओं के स्वागत समारोह और वृक्षारोपण कार्यक्रम में उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि उपराष्ट्रपति ने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दिया, लेकिन विपक्ष इसे भी राजनीतिक रंग दे रहा है। उन्होंने विपक्षी दलों से अपील की कि वे राजनीति छोड़कर धनखड़ के उत्तम स्वास्थ्य की कामना करें।
जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत ने बीसलपुर बांध की स्थिति पर जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश में अच्छी बारिश के चलते बांध में पर्याप्त पानी की आवक हुई है। बीसलपुर बांध अभी मात्र एक फीट खाली है और इसके ओवरफ्लो होते ही गाजे-बाजे के साथ गेट खोलकर बनास नदी में पानी छोड़ा जाएगा। उन्होंने बांध को प्रदेश की लाइफलाइन बताते हुए कहा कि ओवरफ्लो के पानी की निकासी को लेकर जल्द समीक्षा की जाएगी।
पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) के संबंध में रावत ने कहा कि परियोजना के पूर्ण होते ही बीसलपुर बांध की ऊंचाई बढ़ाने का प्रस्ताव विचाराधीन है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से पूरे पूर्वी राजस्थान में पीने और सिंचाई के पानी की समस्या स्थायी रूप से हल हो जाएगी।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य में "हरियालो राजस्थान" अभियान के तहत 11 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है, जिससे राज्य में पर्यावरण संरक्षण और हरियाली को बढ़ावा मिलेगा।
इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री का नेशनल हाईवे पर भाजपा जिलाध्यक्ष चंद्रवीर सिंह चौहान और जिला प्रमुख सरोज बंसल की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया। इसके पश्चात पन्नाधाय कॉलेज परिसर में मंत्री रावत ने वृक्षारोपण किया। कार्यक्रम में भाजपा के कई पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे, जिनमें पूर्व जिलाध्यक्ष सतीश चंदेल, सत्यनारायण चौधरी, नरेश बंसल, कमलेश यादव, नीलिमा आमेरा, हर्षिता जैन, ओमप्रकाश पांडे सहित अनेक गणमान्य शामिल थे।