Monday, 21 July 2025

जस्टिस श्रीराम कलपाती राजेन्द्रन बने राजस्थान हाईकोर्ट के 43वें मुख्य न्यायाधीश, राजभवन में ली शपथ


जस्टिस श्रीराम कलपाती राजेन्द्रन बने राजस्थान हाईकोर्ट के 43वें मुख्य न्यायाधीश, राजभवन में ली शपथ

राजस्थान हाईकोर्ट को सोमवार को नया मुख्य न्यायाधीश मिल गया। राज्यपाल श्री हरिभाऊ बागडे ने राजभवन में आयोजित समारोह में जस्टिस श्रीराम कलपाती राजेन्द्रन को राजस्थान उच्च न्यायालय के 43वें मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ दिलाई। जस्टिस श्रीराम ने अंग्रेजी में शपथ ग्रहण की।

समारोह की शुरुआत में मुख्य सचिव सुधांश पंत ने राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु द्वारा जारी नियुक्ति अधिसूचना एवं वारंट पढ़कर सुनाया और राज्यपाल से शपथ दिलवाने का आग्रह किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी, डॉ. प्रेमचंद बैरवा, विधि मंत्री जोगाराम पटेल, मंत्रिपरिषद के सदस्यगण, न्यायिक अधिकारीगण, वरिष्ठ अधिवक्तागण और श्रीराम के परिजन भी उपस्थित रहे।

जस्टिस केआर श्रीराम (श्रीराम कलपाती राजेन्द्रन) का जन्म 28 सितंबर 1963 को मुंबई में हुआ। उन्होंने मुंबई विश्वविद्यालय से बीकॉम और एलएलबी करने के बाद लंदन के किंग्स कॉलेज से एलएलएम की डिग्री प्राप्त की। 1986 में महाराष्ट्र और गोवा बार काउंसिल में नामांकन कराने के बाद वरिष्ठ अधिवक्ता एस. वेंकटेश्वर के चेंबर में वकालत शुरू की और बाद में अपना स्वतंत्र चेंबर शुरू किया।

वह शिपिंग और अंतरराष्ट्रीय व्यापार कानून के विशेषज्ञ हैं और उन्होंने सुप्रीम कोर्ट सहित कई हाईकोर्टों में वकालत की। 21 जून 2013 को उन्हें मुंबई हाईकोर्ट का अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया और 2 मार्च 2016 को स्थायी न्यायाधीश बनाया गया। 21 सितंबर 2024 को वह मद्रास हाईकोर्ट में न्यायाधीश बने और 27 सितंबर 2024 को वहीं मुख्य न्यायाधीश नियुक्त हुए। आज 21 जुलाई 2025 को उन्होंने राजस्थान हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदभार ग्रहण किया।

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