Sunday, 20 July 2025

अलवर में कांग्रेस की ‘संविधान बचाओ रैली’: डोटासरा, रंधावा, जितेन्द्र सिंह, टीकाराम जूली सहित वरिष्ठ नेताओं ने केंद्र व राज्य की भाजपा सरकार पर बोला तीखा हमला


अलवर में कांग्रेस की ‘संविधान बचाओ रैली’: डोटासरा, रंधावा, जितेन्द्र सिंह, टीकाराम जूली सहित वरिष्ठ नेताओं ने केंद्र व राज्य की भाजपा सरकार पर बोला तीखा हमला

अलवर में आयोजित कांग्रेस की ‘संविधान बचाओ रैली’ ने राज्य की सियासत में नया ताप ला दिया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा, एआईसीसी महासचिव जितेन्द्र सिंह, प्रभारी सांसद सुखजिन्दर सिंह रंधावा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, चिरंजीव राव समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इस रैली में भाग लिया।

कांग्रेस प्रभारी और सांसद सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने कहा कि भाजपा के पास भारत की आजादी में कोई योगदान नहीं रहा, बल्कि उनके पूर्वज अंग्रेजों से माफी मांगते थे। उन्होंने कहा कि भाजपा 400 पार सीटों के बहाने संविधान बदलना चाहती है, लेकिन जब तक कांग्रेस है, संविधान बदला नहीं जा सकेगा।

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि भाजपा सरकार सत्ता के अहंकार में चूर है और संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग विपक्ष को दबाने में कर रही है। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी चाय बेचने के वादे से आए थे, लेकिन अब विदेशी दौरे, महंगे सूट और उद्योगपतियों की नीतियों में व्यस्त हैं। डोटासरा ने ऑपरेशन सिन्दूर में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के हस्तक्षेप को लेकर सवाल खड़े करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री इस पर चुप क्यों हैं?

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा संविधान को बदलने, आरक्षण को समाप्त करने और वोटर लिस्ट से कांग्रेस समर्थकों के नाम हटाने की साजिश कर रही है। उन्होंने कहा कि सरिस्का के टाइगर हैबिटेट को बदलने के पीछे 500 करोड़ के भ्रष्टाचार का आरोप स्वयं भाजपा नेताओं ने लगाया है, ताकि खनन माफिया को फायदा पहुंचाया जा सके।

पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेन्द्र सिंह ने कहा कि अलवर का योगदान स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर आज तक अद्वितीय रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा लोकतंत्र की आत्मा, यानी वोट देने के अधिकार, पर हमला कर रही है — हरियाणा, महाराष्ट्र और अब राजस्थान में मतदाता नाम कटने की घटनाएं इसी की कड़ी हैं।

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि संविधान देश की आत्मा है और भाजपा सरकार उस आत्मा को घायल कर रही है। उन्होंने कहा कि भरतपुर में जिला प्रमुख चुनाव नहीं होना, पंचायती राज और निकाय चुनाव न कराना, यह सभी संविधान के खिलाफ है। उन्होंने आरोप लगाया कि ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स जैसी संस्थाओं का इस्तेमाल केवल विपक्ष को डराने के लिए हो रहा है। राहुल गांधी से 56 घंटे की पूछताछ और अब वाड्रा व भूपेश बघेल के बेटे को निशाना बनाना इसी का प्रमाण है।

सरिस्का टाइगर हैबिटेट विवाद पर उन्होंने खुलकर कहा कि वर्तमान केंद्र और राज्य सरकार में बैठे मंत्री खुद पर्यावरण मंत्री होते हुए भी टाइगर रिजर्व की सीमाएं बदलवा रहे हैं ताकि वहां खनन माफिया को फायदा मिल सके।

नेताओं ने एक स्वर में कहा कि कांग्रेस देश के संविधान, आरक्षण, लोकतंत्र, बोलने की स्वतंत्रता और वोट देने के अधिकार को बचाने के लिए सड़कों पर उतर रही है। उन्होंने कहा कि जनता के दुःख-दर्द में साझेदार बनकर, कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गांव-ढाणी तक पहुंचना होगा ताकि भाजपा के “तानाशाही शासन” का अंत किया जा सके।

इस रैली के माध्यम से कांग्रेस ने यह स्पष्ट संकेत दिया है कि 2025 की राजनीतिक लड़ाई संविधान बनाम सत्ता के घमंड के रूप में लड़ी जाएगी।

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