Wednesday, 16 July 2025

गुरु पूर्णिमा पर आचार्य वर्धमान सागर जी के सान्निध्य में भक्ति, पूजन और प्रवचन का भव्य आयोजन, दी श्रद्धा और ज्ञान का संदेश


गुरु पूर्णिमा पर आचार्य वर्धमान सागर जी के सान्निध्य में भक्ति, पूजन और प्रवचन का भव्य आयोजन, दी श्रद्धा और ज्ञान का संदेश

टोंक। चारित्र चक्रवर्ती आचार्य श्री शांति सागर जी महाराज की परंपरा के पट्टम पट्टाधीश वात्सल्य वारिधि आचार्य श्री वर्धमान सागर जी महाराज के ससंघ सान्निध्य में गुरु पूर्णिमा महोत्सव का आयोजन अत्यंत श्रद्धा, भक्ति और भव्यता के साथ किया गया। इस अवसर पर टोंक दिगंबर जैन समाज ने देश के विभिन्न नगरों से पधारे गुरुभक्तों के साथ आचार्य श्री के श्रीचरणों में गुरु भक्ति वंदन कर आध्यात्मिक ऊर्जा अर्जित की।

बीके आरती दीदी ने कहा – “गुरु वह है जो हमें पूर्णता की ओर ले जाए, और पूर्णिमा वह जो हमें परिपूर्ण बना दे। जैसे पूर्णिमा का चंद्रमा पूर्ण सौंदर्य और उजास लिए होता है, वैसे ही सद्गुरु के ज्ञान से आत्मा सोलह कलाओं से विभूषित होकर अंधकाररहित बन जाती है।” उन्होंने कहा कि श्री महादेव और परमपिता परमात्मा ही सनातन सद्गुरु हैं जो दिव्य ज्ञान और राजयोग से हमें मुक्ति मार्ग पर ले जाते हैं।

चातुर्मास समिति के प्रवक्ता पवन कंटान और विकास जागीरदार ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत भगवान आदिनाथ और आचार्य शांति सागर जी के चित्रों के समक्ष दीप प्रज्वलन से हुई, जिसमें पूर्व सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया, जिला प्रमुख सरोज बंसल, निवाई विधायक रामसहाय वर्मा सहित अन्य गणमान्यजन उपस्थित रहे।

आचार्य श्री का पाद प्रक्षालन संघी परिवार द्वारा और जिनवाणी भेंट जोबनेर परिवार द्वारा किया गया।
जैन महिला मंडलों द्वारा अष्टद्रव्य समर्पण, पूजन नृत्य और श्रद्धा समर्पण की भावपूर्ण प्रस्तुति की गई जिसमें आदिनाथ, चंद्रप्रभु, पटेल सर्कल, जिनवाणी, बहुरानी, व अन्य महिला मंडल सम्मिलित रहे।

धर्मसभा में आचार्य श्री वर्धमान सागर जी महाराज ने श्री गौतम स्वामी के माध्यम से ज्ञान की परंपरा की व्याख्या करते हुए बताया कि गौतम स्वामी ने चार प्रथमानुयोगों – करुणानुयोग, चरणानुयोग, द्रव्यानुयोग और प्रथमानुयोग – की रचना की, जो जैन शास्त्रों की आधारशिला हैं। उन्होंने कहा कि शिष्य में कृतज्ञता, विनय, पाप से भय और सताचरण आवश्यक गुण हैं।

इस अवसर पर भिंडर, किशनगढ़, इंदौर, सनावद, जयपुर, बंगलौर सहित अनेक नगरों से गुरुभक्तों ने दर्शन वंदना कर पुण्य लाभ अर्जित किया।

समाज मंत्री राजेश सर्राफ ने बताया कि शुक्रवार को वीर शासन जयंती के तहत प्रभात फेरी, महावीर पूजन, और आचार्य श्री के मंगल प्रवचन होंगे। प्रतिदिन अभिषेक, शांतिधारा और शास्त्र स्वाध्याय की क्रियाएं चल रही हैं।

चातुर्मास समिति अध्यक्ष भागचंद फूलेता, राजेश सर्राफ, धर्मेंद्र पासरोटिया, टोनी आंडरा, आशु दाखिया, नीटू छामुनिया सहित कई सदस्य व्यवस्था में सक्रिय रहे।

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