जयपुर। राजस्थान हाईकोर्ट की खंडपीठ ने कोटा सहित प्रदेशभर के कोचिंग संस्थानों में छात्रों द्वारा आत्महत्या के मामलों को लेकर दायर स्वप्रेरित प्रसंज्ञान याचिका पर सुनवाई स्थगित कर दी है। मुख्य न्यायाधीश एमएम श्रीवास्तव और न्यायमूर्ति चंद्र प्रकाश श्रीमाली की खंडपीठ ने इस मामले में अगली सुनवाई जुलाई के अंतिम सप्ताह के लिए निर्धारित की है।
कोर्ट के समक्ष यह तथ्य रखा गया कि समान विषयक एक मामला सर्वोच्च न्यायालय में लंबित है, जिसमें आगामी 17 जुलाई 2025 को सुनवाई प्रस्तावित है। हालांकि खंडपीठ ने यह भी टिप्पणी की कि यह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि सुप्रीम कोर्ट में लंबित मामला उच्च शिक्षा से संबंधित है या विशेष रूप से कोचिंग छात्रों की समस्याओं पर केंद्रित है। इसी अस्पष्टता के चलते राजस्थान हाईकोर्ट ने फिलहाल अपने समक्ष विचाराधीन मामले पर निर्णय टालने का निर्णय लिया।
यह मामला कोटा समेत अन्य प्रमुख कोचिंग हब में बढ़ते छात्र आत्महत्या मामलों और संबंधित मानसिक स्वास्थ्य चिंताओं के मद्देनजर उठाया गया है, जिस पर न्यायालय ने स्वतः संज्ञान लिया था। खंडपीठ ने आगामी दिशा-निर्देश सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई की प्रगति के आधार पर तय करने का संकेत दिया है।