जयपुर। बरसात की शुरुआत होते ही जयपुर की सड़कों पर खतरे के गड्ढे उभरने लगे हैं। हर दिन किसी न किसी क्षेत्र में सड़क धंसने या फटने की घटनाएं सामने आ रही हैं, जिससे यातायात बाधित हो रहा है और नागरिकों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।
ताजा मामला लालकोठी क्षेत्र का है, जहां ग्रेटर नगर निगम मुख्यालय से कुछ ही दूरी पर सड़क का हिस्सा अचानक जमीन में धंस गया। इसी दौरान वहां से गुजर रही नगर निगम की सीवर जेटिंग मशीन का एक पहिया गड्ढे में फंस गया। सौभाग्य से कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।
ग्रेटर नगर निगम के मालवीय नगर जोन के एक्सईएन मदन मोहन शर्मा ने बताया कि इस जगह पर बिजली की लाइन डाली गई थी और बाद में सड़क की मरम्मत ठीक से नहीं की गई। इस कारण लगातार बारिश के चलते सड़क की परतें कमजोर हुईं और अंततः धंस गईं।
उन्होंने कहा कि इस विषय में जेडीए और बिजली विभाग (जेवीवीएनएल) को सूचना दी जा चुकी है। “अगर इन एजेंसियों द्वारा समय पर मरम्मत नहीं की जाती है तो नगर निगम स्वयं कार्य प्रारंभ करेगा।” शर्मा ने यह भी जोड़ा कि लाइन डालने की अनुमति जेडीए द्वारा दी गई थी, जिससे उनकी जिम्मेदारी बनती है।
मुहाना एरिया में ड्रेनेज और सीवर लाइन डालने के बाद सड़क को पक्का नहीं किया गया था, और तेज बारिश में वो जगह पूरी तरह धंस गई। वहां खड़ी कुछ गाड़ियां फंस गईं, जिससे स्थानीय लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ा।
जयपुर की सड़कों की मरम्मत और समन्वय की कमी नगर निगम, जेडीए और अन्य एजेंसियों के बीच संवादहीनता को उजागर कर रही है। बरसात के दिनों में ऐसे गड्ढे सिर्फ परेशानी नहीं, बल्कि जानलेवा साबित हो सकते हैं, इसलिए इनकी समय पर मरम्मत अत्यावश्यक है।