मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के विधानसभा क्षेत्र सांगानेर में बारिश ने एक बार फिर सरकार के विकास दावों की हकीकत उजागर कर दी। हल्की बारिश के बाद ही सांगानेर के वार्ड 97 की जैन नसिया रोड पर सड़कों ने दरिया का रूप ले लिया, जिससे आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। मुख्यमंत्री की ही विधानसभा में जलभराव और अव्यवस्था के बीच स्थानीय लोग विरोध में नारेबाजी करते नजर आए।
इस संकट की घड़ी में एक बार फिर कांग्रेस नेता पुष्पेंद्र भारद्वाज जनता के साथ खड़े नजर आए। वे खुद पानी में उतरकर लोगों की समस्या को समझने पहुंचे और स्थानीय प्रशासन को सक्रिय किया। भारद्वाज ने मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि जब खुद उनके ही विधानसभा क्षेत्र में यह हालात हैं, तो बाकी राजस्थान की तस्वीर की कल्पना करना कठिन नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार सिर्फ घोषणाओं में व्यस्त है, ज़मीन पर वास्तविक विकास कहीं नजर नहीं आता।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, न तो क्षेत्रीय विधायक (मुख्यमंत्री) और न ही उनका कोई प्रतिनिधि इस संकट के समय वहां पहुंचा। लेकिन पुष्पेंद्र भारद्वाज अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और लोगों के साथ जलभराव में पैदल चलते हुए अधिकारियों को फोन कर अविलंब कार्यवाही करवाई। मौके पर जेसीबी मंगवाकर पानी निकासी शुरू की गई।
स्थानीय लोगों ने इस दौरान भारद्वाज के समर्थन में नारेबाजी की और कहा कि चुनाव में साथ न देने के बावजूद उन्होंने हर बार जनता के लिए काम किया है। भारद्वाज ने कहा कि उन्होंने विपक्ष में रहते हुए भी वे कार्य करवा दिए, जिनका जनता को वर्षों से इंतजार था।
उन्होंने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि "जब कोई विधायक ज़मीनी हकीकत समझे बिना मुख्यमंत्री बन जाता है, तो पांच साल भी कुछ नहीं कर पाता।" उन्होंने बताया कि सांगानेर में 20 वर्षों से भाजपा के प्रतिनिधि हैं, लेकिन समस्याएं आज भी जस की तस हैं।
इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष राजीव चौधरी, पार्षद राकेश चौधरी, कमलेश गुर्जर, धनराज मीणा सहित सैकड़ों स्थानीय नागरिक और कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।