Sunday, 22 June 2025

झुंझुनूं में भाजपा की जिलाध्यक्ष हर्षिनी कुलहरी की नियुक्ति पर नेता और कार्यकर्ताओं में गुट बाजी: प्रदेश प्रवक्ता कृष्ण कुमार जानूं को नोटिस


झुंझुनूं में भाजपा की जिलाध्यक्ष हर्षिनी कुलहरी की नियुक्ति पर नेता और कार्यकर्ताओं में गुट बाजी: प्रदेश प्रवक्ता कृष्ण कुमार जानूं को नोटिस
  • भाजपा द्वारा हर्षिनी कुलहरी को झुंझुनूं का जिलाध्यक्ष बनाए जाने के फैसले ने पार्टी के भीतर नए सियासी घमासान को जन्म दे दिया है। यह नियुक्ति अब पार्टी के आंतरिक असंतोष और गुटबाजी का कारण बन गई है। सबसे पहले भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कृष्ण कुमार जानूं ने सोशल मीडिया पर फेसबुक पोस्ट के ज़रिए सवाल उठाते हुए नेतृत्व के फैसले को चुनौती दी। उन्होंने हर्षिनी कुलहरी की योग्यता पर सवाल खड़े किए और अन्य वरिष्ठ व सक्रिय कार्यकर्ताओं की अनदेखी पर नाराजगी जताई।
  • इस पोस्ट के सामने आते ही पार्टी में नाखुशी की लहर फैल गई, जिसके बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने इस विवाद को गंभीरता से लेते हुए अनुशासन समिति के संयोजक ओंकार सिंह लखावत को मामले की जांच सौंपी। अनुशासन समिति ने जानूं को कारण बताओ नोटिस जारी कर उनसे सात दिन में जवाब मांगा है।
  • जानूं की पोस्ट में उन्होंने लिखा—ओमेंद्र चारण, दिनेश धाबाई, विक्रम सैनी, विकास लोटिया, सरजीत चौधरी, योगेंद्र मिश्रा जैसे समर्पित कार्यकर्ताओं में क्या कमी थी जो हर्षिनी कुलहरी में पूरी हो गईं? क्या हमें मान लेना चाहिए कि वे सबसे योग्य हैं? यदि महिला कोटे से नियुक्ति होनी थी, तो क्या यही सर्वश्रेष्ठ थीं?”
  • इस पोस्ट के बाद पार्टी में स्पष्ट गुटबाजी उभर कर सामने आ गई, जिससे भाजपा की आंतरिक एकता पर सवाल उठने लगे हैं। उधर, कांग्रेस ने इस अवसर को भुनाने में देर नहीं की। कांग्रेस के कार्यकारी जिलाध्यक्ष अजय तसीड़ ने कटाक्ष करते हुए लिखा—“जिलाध्यक्ष की राड़, भाजपा दो फाड़।”
  • यह विवाद ऐसे समय पर सामने आया है जब पार्टी 2028 विधानसभा चुनावों की तैयारियों में जुटी है। ऐसे में यह आंतरिक कलह भाजपा के संगठनात्मक ढांचे और छवि के लिए चिंता का विषय बन गया है।
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