राजस्थान में कांग्रेस संगठन को सक्रिय और मजबूत बनाने की कवायद तेज हो गई है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा तय की गई 28 जून की डेडलाइन से 8 दिन पहले ही प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने दिल्ली में प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व के साथ समीक्षा बैठक की। इस बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली भी मौजूद रहे।
बैठक में स्पष्ट संदेश दिया गया कि अब निष्क्रिय नेताओं के लिए कांग्रेस में कोई स्थान नहीं होगा। संगठन को 2028 के विधानसभा चुनावों तक हर स्तर पर सक्रिय रखने की रणनीति पर काम शुरू कर दिया गया है। पार्टी के भीतर अब कामकाज और सक्रियता के आधार पर बदलाव किए जाएंगे।
रंधावा ने बैठक के बाद कहा कि संगठन के हर स्तर – जिला, ब्लॉक और मंडल पर पदाधिकारियों की परफॉर्मेंस रिपोर्ट तैयार की जा रही है। जिन नेताओं की रिपोर्ट खराब होगी, उन्हें हटाकर समर्पित और मेहनती कार्यकर्ताओं को मौका दिया जाएगा। इसके तहत राजस्थान के आठ नए जिलों में भी जल्द ही जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की जाएगी।
राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अजय माकन से प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा,प्रतिपक्ष नेता टीकाराम जूली से मुलाकात
जयपुर में कांग्रेस का नया भवन बनाने की दिशा में भी काम शुरू किया गया है। रंधावा ने राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अजय माकन से इस बाबत मुलाकात की और एआईसीसी के नाम से नया बैंक खाता खोलकर भवन निर्माण के लिए सहयोग राशि एकत्र करने की योजना पर चर्चा की।
संगठनात्मक बदलावों की औपचारिक घोषणा जुलाई के पहले सप्ताह में की जा सकती है। माना जा रहा है कि गुजरात और मध्यप्रदेश की तर्ज पर राजस्थान में भी संगठन सृजन अभियान लागू किया जाएगा और कई नए चेहरों को संगठन में मौका दिया जाएगा।