राजस्थान में कांग्रेस संगठन को पुनर्गठित करने और भविष्य की चुनावी रणनीतियों पर विचार करने के लिए 20 जून को दिल्ली में एक अहम बैठक आयोजित की जा रही है। इस बैठक में राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पार्टी हाईकमान के साथ विचार-विमर्श करेंगे। यह चर्चा कांग्रेस के ‘संगठन सृजन अभियान’ का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य राज्य में पार्टी की पकड़ को और मजबूत करना है।
बैठक का मुख्य फोकस संगठन के ढांचे को मजबूत करना, आंतरिक मतभेदों को सुलझाना, कार्यकर्ताओं के बीच समन्वय बढ़ाना और आगामी पंचायती राज व निकाय चुनावों के लिए रणनीति तय करना रहेगा। प्रदेश कांग्रेस ने पहले ही सांगठनिक स्तर पर कई बदलावों के संकेत दे दिए हैं।
सूत्रों के अनुसार लगभग 40 अवेलेबलप्रतिशत जिलों में जिला अध्यक्ष बदले जा सकते हैं, जबकि शेष में पुराने नेतृत्व को ही जिम्मेदारी दी जाएगी। साथ ही, हाल ही में गठित आठ नए जिलों में अध्यक्षों की नियुक्ति प्रक्रिया को तेज करने पर भी विचार किया जाएगा। इन नियुक्तियों के लिए जल्द ही ऑब्जर्वर नियुक्त किए जाएंगे।
डोटासरा ने संकेत दिया है कि पार्टी का मुख्य लक्ष्य संगठन को बूथ स्तर तक सुदृढ़ करना है और युवाओं, महिलाओं और स्थानीय नेताओं को अधिक जिम्मेदारी देना है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में होने वाली बैठक में संगठन को अंतिम रूप देने का कार्य किया जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि प्रदेश संगठन लगभग तैयार है और हाईकमान की मुहर लगना बाकी है।
प्रभारी रंधावा ने भी जयपुर में हुई पूर्व बैठक में संगठन की कमजोरियों का गहराई से आकलन किया था और माना कि पार्टी का संगठन पहले से सक्रिय है, इसलिए व्यापक बदलाव के बजाय लक्ष्य आधारित सुधार ही ज्यादा उपयोगी होंगे।
यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि इसके जरिए पार्टी 2025 में संभावित पंचायत चुनावों और अन्य निकाय चुनावों में मजबूती से उतरने की तैयारी कर रही है। साथ ही यह पहल कांग्रेस के राज्य में संगठनात्मक रूप से फिर से ऊर्जा भरने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखी जा रही है।