उदयपुर पुलिस ने जिले में सक्रिय दो अलग-अलग चोर गिरोहों के आठ शातिर बदमाशों को गिरफ्तार कर एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। इस कार्रवाई में पहाड़ा थाना पुलिस ने एक अंतरराज्यीय नकबजनी गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पांच कुख्यात आरोपियों को पकड़ा है, जबकि गोगुंदा थाना पुलिस ने एक माह से फरार चल रहे तीन आरोपियों को जसवंतगढ़ की पहाड़ियों से गिरफ्तार किया है।
पहाड़ा पुलिस की कार्रवाई: एसपी योगेश गोयल के निर्देश पर एएसपी अंजना सुखवाल व सीओ ऋषभदेव राजीव राहर के सुपरविजन में थाना प्रभारी उम्मेदी लाल के नेतृत्व में गठित टीम ने पाडेला के जंगलों में दबिश देकर गंगाराम परमार, मंशाराम, जोधा उर्फ टाइगर, गोविन्द और भँवर को गिरफ्तार किया। ये सभी सगे भाई हैं और बिचला फला सरेरा, थाना पहाड़ा क्षेत्र के निवासी हैं।
पुलिस ने इनके पास से घर तोड़ने के औजार और मोबाइल फोन बरामद किए। पूछताछ में आरोपियों ने 10 से अधिक वारदातों को कबूल किया जिनमें राजस्थान और गुजरात के कई इलाके शामिल हैं।
राजस्थान की प्रमुख घटनाएं:भावना पटेल और मंजुला लबाना के मकानों में नकबजनी,महिला से चैन और मंगलसूत्र छीनना और रामपुर गांव में मकान से चोरी करना शामिल है।
गुजरात की प्रमुख घटनाएं:विजयनगर बाजार, मोजाडिया और ईडर के गांवों में दुकानों व मकानों से चोरी,चलती महिला से चैन झपटना शामिल है।
गैंग का मास्टरमाइंड गंगाराम हिस्ट्रीशीटर है जबकि मंशाराम एक हार्डकोर अपराधी है जिसने जेल से छूटने के बाद दो महीने में ही 10 वारदातें कर डालीं।
गोगुंदा थाना की कार्रवाई: 9 मई को मोहनलाल तेली द्वारा दर्ज करवाई गई रिपोर्ट के आधार पर चल रही जांच में गोगुंदा पुलिस ने तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने टोल प्लाजा के पास से 4 एचपी मोटर, 350 फीट केबल और रस्सा चोरी किया था। पहले आरोपी चंपा उर्फ चंपाराम को गिरफ्तार किया जा चुका था। अब महेश उर्फ मशरू, दिनेश और प्रभुराम को जसवंतगढ़ की पहाड़ियों में छिपे मिलने पर गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई एएसपी गोपाल स्वरूप मेवाड़ा व सीओ गिर्वा सूर्यवीर सिंह के सुपरविजन में एसएचओ श्यामसिंह के नेतृत्व में की गई।