22 दिनों से शहीद स्मारक पर आंदोलनरत युवाओं के बीच शुक्रवार को कृषि मंत्री डॉ.किरोड़ी लाल मीणा पहुंचे। उन्होंने आंदोलनस्थल पर पहुंचकर न केवल युवाओं की समस्याएं सुनीं, बल्कि उन्हें संघर्ष में साथ देने का भी आश्वासन दिया।
कृषि मंत्री डॉ.किरोड़ी लाल मीणा ने युवाओं से मुलाकात के दौरान कहा कि मैं युवाओं के बिना रह नहीं सकता। यह उनका दर्द है, और मैं इसे अनदेखा नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि वे यहां महज गुजरते हुए नहीं रुके, बल्कि यह उनकी जिम्मेदारी है कि वे युवाओं के मुद्दों पर गंभीरता से साथ खड़े हों।
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य डॉ. श्रवण चौधरी ने जानकारी दी कि यह भर्ती प्रक्रिया वर्षों से लंबित है और हजारों युवा अभ्यर्थी इस असमंजस की स्थिति में मानसिक व सामाजिक रूप से प्रभावित हो रहे हैं।
धरना स्थल पर मौजूद मदन मोहन राजौर ने बताया कि कृषि मंत्री डॉ. मीणा ने आंदोलन को मजबूती से समर्थन देने की बात कही और भरोसा दिलाया कि वे फिर से आएंगे और इस संघर्ष को निर्णायक रूप देंगे।
इस आंदोलन का नेतृत्व नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल कर रहे हैं। आगामी 25 मई को प्रस्तावित हुंकार रैली को लेकर रणनीति तय करने के लिए विशेष बैठक की योजना बनाई गई है। बेनीवाल स्वयं धरना स्थल पर पहुंचकर रैली की तैयारियों की समीक्षा करेंगे।
इस घटनाक्रम ने एसआई भर्ती से जुड़े अभ्यर्थियों में एक नई उम्मीद और ऊर्जा का संचार किया है, वहीं सरकार पर भर्ती प्रक्रिया की समीक्षा करने का दबाव भी बढ़ता जा रहा है।