प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भारतीय सेना द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की ऐतिहासिक सफलता के सम्मान में टोंक में मंगलवार को भव्य तिरंगा यात्रा निकाली गई। ऊर्जा मंत्री हीरा लाल नागर ने यात्रा का नेतृत्व करते हुए कहा कि जब भी आवश्यकता पड़ी, भारत ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया है। सेना ने दुश्मनों के घर में घुसकर आतंक के अड्डों को ध्वस्त किया और भारत की ताकत का परचम लहराया है।
तिरंगा यात्रा की शुरुआत भूतेश्वर महादेव मंदिर से हुई, जहां पहलगाम के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इसके पश्चात यात्रा घंटाघर तक पहुंची। भीषण गर्मी और लू के थपेड़ों के बावजूद बड़ी संख्या में आमजन—युवाओं, महिलाओं और बुजुर्गों—ने हाथों में तिरंगा लेकर देशभक्ति का प्रदर्शन किया।
जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री कन्हैया लाल चौधरी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान को धूल चटाई है। भारतीय सेना की बहादुरी और ताकत देश को गर्व का अनुभव कराती है।
देवली-उनियारा विधायक राजेन्द्र गुर्जर ने तिरंगा यात्रा को एकता, सम्मान और देशभक्ति की प्रतीक” बताया।
संत मनीषदास महाराज ने ऑपरेशन सिंदूर को भारत की बहनों के उजड़े सिंदूर का जवाब” बताते हुए इसे एक भावनात्मक और राष्ट्रीय प्रतिशोध का प्रतीक कहा।
भाजपा जिलाध्यक्ष चन्द्रवीर सिंह चौहान ने यात्रा को राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत जनसैलाब” करार देते हुए सेना के शौर्य को सलाम किया।
तिरंगा यात्रा में जगह-जगह व्यापारी संगठनों और स्थानीय लोगों द्वारा पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। यात्रा में ढोल-नगाड़ों और देशभक्ति गीतों के बीच महिलाएं और बुजुर्ग भी नाचते नजर आए। पूरे टोंक शहर में ‘भारत माता की जय’ के नारों और तिरंगों की गूंज सुनाई दी।