राजस्थान विधानसभा में भाजपा विधायक कंवरलाल मीणा की अयोग्यता को लेकर उठे विवाद ने राजनीतिक गर्मी बढ़ा दी है। हाईकोर्ट द्वारा सजा बरकरार रखे जाने के 19 दिन बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं होने पर कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं।
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने तीखा कटाक्ष करते हुए कहा कि विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानीभाजपा के विधायक कंवरलाल मीणा को अयोग्य घोषित करने के बजाय इस मामले में कुंडली मारकर बैठ गए हैं।
वहीं, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने आरोप लगाया कि विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी आरएसएस और भाजपा के इशारे पर काम कर रहे हैं, और यह लोकतंत्र के मूल मूल्यों के खिलाफ है।
कांग्रेस नेताओं ने इस संदर्भ में राहुल गांधी के मामले का उदाहरण देते हुए कहा कि जब राहुल गांधी के खिलाफ कोर्ट का फैसला आया था, तो उन्हें तुरंत अयोग्य घोषित कर दिया गया और महज 17 दिनों के भीतर सरकारी आवास भी खाली करवा दिया गया। लेकिन कंवरलाल मीणा के मामले में 19 दिन बीतने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
कांग्रेस का आरोप है कि विधानसभा अध्यक्ष की निष्क्रियता और पक्षपातपूर्ण रवैया लोकतांत्रिक संस्थाओं की गरिमा और निष्पक्षता को ठेस पहुंचा रहा है। विपक्ष ने चेतावनी दी है कि यदि विधानसभा अध्यक्ष द्वारा शीघ्र निर्णय नहीं लिया गया, तो वे जनता के बीच जाकर इस मुद्दे को व्यापक रूप से उठाएंगे।