जोधपुर जिले में संभावित आपातकालीन स्थितियों से निपटने की रणनीति पर मंथन करने हेतु गुरुवार को कंट्रोलर नागरिक सुरक्षा कार्यालय में एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने की और इसमें विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
ब्लैकआउट की स्थिति में सायरन बजाने हेतु जनरेटर की व्यवस्था: कलक्टर अग्रवाल ने निर्देशित किया कि किसी भी स्थिति में नागरिकों को सतर्क करने वाली सायरन प्रणाली बाधित नहीं होनी चाहिए। उन्होंने सभी चिन्हित स्थलों पर जनरेटर की अग्रिम व्यवस्था सुनिश्चित करने के आदेश दिए ताकि विद्युत आपूर्ति बंद होने की स्थिति में भी सायरन समय पर कार्य कर सकें।
परिवहन विभाग को निर्देश: सुरक्षित आवागमन के लिए बसों की अग्रिम व्यवस्था:आपातकालीन हालात में आमजन को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के लिए आरएसआरटीसी और निजी बसों की अग्रिम व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है। प्रत्येक उपखण्ड स्तर पर आवश्यक बसें आरक्षित रखने और संचालन की योजना तैयार करने के निर्देश भी दिए गए।
चिकित्सा संस्थानों में आपातकालीन संसाधनों की तैयारी:राजकीय एवं निजी चिकित्सा संस्थानों के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी करते हुए अग्रवाल ने कहा कि अस्पतालों में पर्याप्त बेड, रक्त यूनिट और एंबुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। साथ ही विशेष रक्तदान शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए ताकि किसी भी स्थिति में रक्त की कमी न हो।
त्वरित समन्वय और निर्णय क्षमता होगी प्रमुख: जिला कलेक्टर ने सभी विभागों को “रीस्पॉन्स प्लान” तैयार करने को कहा ताकि किसी भी आपात स्थिति में वास्तविक समय में संसाधनों का समुचित उपयोग हो सके। उन्होंने कहा, “जनसुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। त्वरित प्रतिक्रिया और विभागीय समन्वय से ही हम नागरिकों की रक्षा कर सकते हैं।”
बैठक में उपस्थित अधिकारीगण: इस बैठक में जोधपुर विकास प्राधिकरण के आयुक्त उत्साह चौधरी, नगर निगम के आयुक्त सिद्धार्थ पालानीचामी, एडीएम प्रथम जवाहर चौधरी, एडीएम द्वितीय सुरेंद्र सिंह पुरोहित, एडीएम (शहर) उदयभानु चारण सहित डिस्कॉम, परिवहन, बीएसएनएल, चिकित्सा विभाग एवं अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।