दिल्ली पुलिस ने फिल्म डायरेक्टर सनोज मिश्रा को रेप और जबरन अबॉर्शन के गंभीर आरोपों में गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया है। यह वही डायरेक्टर हैं जिन्होंने हाल ही में महाकुंभ में वायरल हुई मोनालिसा भोसले को अपनी आगामी फिल्म "द डायरी ऑफ मणिपुर" में लीड रोल देने की घोषणा कर सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोरी थीं। लेकिन अब ये निर्देशक खुद गंभीर कानूनी संकट में घिर गए हैं। झांसी की रहने वाली 28 वर्षीय महिला ने आरोप लगाया है कि सनोज मिश्रा ने उसे फिल्म में काम दिलाने का झांसा देकर शारीरिक शोषण किया, चार साल तक संबंध बनाए और तीन बार जबरन गर्भपात भी कराया। महिला के अनुसार जब उसने शादी या न्याय की बात की तो उसे धमकाया गया और चुप रहने का दबाव बनाया गया। यह मामला दिल्ली के नबी करीम थाने में दर्ज किया गया, जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने सनोज मिश्रा को गिरफ्तार किया।
सनोज मिश्रा का नाम अक्सर विवादों और संवेदनशील विषयों वाली फिल्मों के कारण चर्चा में रहा है। उन्होंने "गांधीगिरी", "राम की जन्मभूमि" और "द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल" जैसी फिल्में बनाई हैं, जिनमें सामाजिक, राजनीतिक और धार्मिक मुद्दों को उठाया गया है। खासकर "द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल" को लेकर काफी विवाद हुआ था। यही वजह है कि मिश्रा को विवादप्रिय फिल्मकार भी कहा जाता रहा है। हालिया घटनाक्रम में नया मोड़ तब आया जब पीड़िता ने एक वीडियो जारी कर अपने पहले बयान से मुकरते हुए आरोप लगाया कि वसीम रिज़वी नामक व्यक्ति ने उन्हें सनोज के खिलाफ झूठे आरोप लगाने के लिए उकसाया और धमकाया। अब यह मामला और भी पेचीदा हो गया है और दिल्ली पुलिस पूरे घटनाक्रम की दोबारा जांच कर रही है।
सनोज मिश्रा की गिरफ्तारी ने जहां फिल्म इंडस्ट्री में हलचल मचा दी है, वहीं यह मामला मीडिया, कानून और सिनेमा की दुनिया के आपसी संबंधों और सीमाओं पर भी कई सवाल खड़े करता है।