जयपुर स्थित सवाई मानसिंह स्टेडियम (SMS Stadium) पर नगर निगम ग्रेटर द्वारा लगाया गया ₹8.80 करोड़ नगरीय विकास कर (यूडी टैक्स) अभी तक जमा नहीं कराया गया है। जबकि राजस्थान में आईपीएल का पहला मैच 13 अप्रैल को इसी स्टेडियम में होना है। ऐसे में नगर निगम ग्रेटर ने अब क्रीड़ा परिषद पर दबाव बढ़ा दिया है। मंगलवार को निगम के राजस्व अधिकारी खुद क्रीड़ा परिषद के चेयरमैन नीरज के. पवन से मिलने पहुंचे और आईपीएल से पहले टैक्स जमा कराने को कहा।
चेयरमैन नीरज पवन ने बताया कि बकाया टैक्स के लिए वित्त विभाग को 8.80 करोड़ की एफडी भेज दी गई है, और अब वहीं से अनुमति मिलने के बाद ही भुगतान हो सकेगा। नगर निगम द्वारा टैक्स भुगतान की अंतिम तिथि 31 मार्च तय की गई है। इसके बाद पेनल्टी और अन्य छूट भी नहीं मिल पाएगी।
ग्रेटर नगर निगम मुख्यालय इस मामले में अब तक तीन बार स्टेडियम को नोटिस भेज चुका है। तीसरी बार 10 मार्च को नोटिस भेजा गया था। बताया जा रहा है कि 2007-2008 से यूडी टैक्स बकाया है और इस अवधि में कोई भुगतान नहीं किया गया। निगम अधिकारियों ने कई बार व्यक्तिगत रूप से भी क्रीड़ा परिषद से संपर्क किया, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला।
फायर एनओसी भी रुकी: इतना ही नहीं, ग्रेटर नगर निगम की फायर शाखा ने अब तक स्टेडियम को आईपीएल मैचों के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) भी जारी नहीं किया है। मालवीय नगर जोन कार्यालय ने मुख्यालय के उपायुक्त फायर को पत्र भेजकर स्पष्ट किया है कि जब तक यूडी टैक्स का भुगतान नहीं होता, तब तक एनओसी नहीं दी जाए। ऐसे में स्टेडियम प्रशासन के सामने न सिर्फ टैक्स चुकाने, बल्कि आईपीएल मैचों के आयोजन को लेकर भी चुनौती खड़ी हो गई है।