राजस्थान सरकार द्वारा 25 से 31 मार्च तक आयोजित किए जा रहे राजस्थान दिवस उत्सव 2025 को लेकर एक नई राजनीतिक बहस छिड़ गई है। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने दावा किया है कि उन्हें और विपक्ष के अन्य वरिष्ठ नेताओं को इस भव्य कार्यक्रम के लिए कोई न्योता नहीं मिला है। टीकाराम जूली ने कहा कि यह लोकतांत्रिक परंपराओं के खिलाफ है कि राज्य स्तरीय कार्यक्रमों से विपक्ष को बाहर रखा जा रहा है।
राजस्थान सरकार की ओर से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में विभिन्न जिलों में उत्सवों की श्रृंखला का आयोजन हो रहा है, जिनमें बाड़मेर, बीकानेर, भरतपुर, कोटा, भीलवाड़ा और जयपुर प्रमुख हैं। जयपुर में 30 मार्च को राज्यस्तरीय कार्यक्रम रखा गया है जिसमें सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ सरकार की विभिन्न योजनाओं की घोषणाएं और निवेश समझौतों के क्रियान्वयन की रूपरेखा रखी जाएगी।
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने मीडिया से बातचीत में कहा कि राज्य सरकार केवल एकपक्षीय कार्यक्रम कर रही है। जब हम सत्ता में थे, तब हमने हर कार्यक्रम में विपक्ष को बराबर का सम्मान दिया। लेकिन आज की सरकार लोकतंत्र की मर्यादा का पालन नहीं कर रही।”
नेता प्रतिपक्ष के बयान के बाद कांग्रेस विधायकों ने भी इस मुद्दे पर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। कांग्रेस प्रवक्ताओं का कहना है कि यह कार्यक्रम सिर्फ सरकारी प्रचार का माध्यम बनकर रह गया है और इसमें आम जनता की सहभागिता कम है, राजनीतिक भेदभाव ज्यादा है।
वहीं, सरकार की ओर से अभी तक इस विषय पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रशासनिक स्तर पर तय की गई है और सभी आमंत्रण जिलों के कलेक्टरों के माध्यम से भेजे जा रहे हैं।