Monday, 31 March 2025

राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने राष्ट्रीय किसान एवं गौपालक सम्मेलन में दिया संदेश – “भारत भूमि अन्नपूर्णा, गौ संरक्षण व रसायन मुक्त कृषि को मिले बढ़ावा”


राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने राष्ट्रीय किसान एवं गौपालक सम्मेलन में दिया संदेश – “भारत भूमि अन्नपूर्णा, गौ संरक्षण व रसायन मुक्त कृषि को मिले बढ़ावा”

राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने मंगलवार को जयपुर में अखिल भारतीय गौशाला सहयोग परिषद् द्वारा आयोजित राष्ट्रीय किसान एवं गौपालक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भारत भूमि अन्नपूर्णा है, जहां कृषि के लिए आवश्यक सभी तत्व स्वयं भूमि में समाहित हैं।

उन्होंने गाय के गोबर को प्राकृतिक खाद के रूप में अपनाने और रसायन मुक्त कृषि पद्धति को प्रोत्साहन देने की आवश्यकता पर बल दिया। राज्यपाल ने देशी गाय के दूध को पोषण का प्रमुख स्रोत बताते हुए गौशालाओं और गौ संरक्षण के प्रयासों की सराहना की।

राज्यपाल बागडे ने इस सम्मेलन को एक राष्ट्र स्तरीय कृषि स्टार्टअप मेले के रूप में महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से स्वदेशी तकनीकों, किसानों के उत्पादों की ब्रांडिंग व प्रमाणीकरण को बल मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि किसान को बाजार की निर्भरता से मुक्त कर आत्मनिर्भर बनाना समय की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा, "गाय, किसान और प्रकृति – ये तीनों हमारी संस्कृति और स्वास्थ्य का आधार हैं, इनके संरक्षण के लिए हम सभी को मिलकर कार्य करना होगा।"

कार्यक्रम में गौ पूजन के बाद राज्यपाल ने गायों को हरा चारा खिलाकर प्रतीकात्मक रूप से गौसेवा का संदेश दिया। उन्होंने किसान मेले में लगे कृषि स्टार्टअप्स और नवाचारों के स्टॉलों का अवलोकन भी किया।

सम्मेलन में जोबनेर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बलराज सिंह, अतुल गुप्ता, सेवानिवृत आईएएस अधिकारी पवन अरोड़ा सहित कई विशेषज्ञों ने भी गौ आधारित प्राकृतिक कृषि को अपनाने और बढ़ावा देने की अपील की।

राज्यपाल ने सुझाव दिया कि राज्यभर में गौ पालन, औषधीय पौधों की खेती, योजनाओं की जानकारी, और कृषि में निवेश को लेकर सम्मेलन आयोजित किए जाएं, जिससे किसानों को स्थायी लाभ मिले और ग्रामीण अर्थव्यवस्था सशक्त हो।

इस आयोजन ने जहां गौसेवा की परंपरा को आधुनिक कृषि नवाचारों से जोड़ा, वहीं किसान हितैषी नीतियों और स्थायी कृषि पद्धतियों पर गंभीर विमर्श का मंच भी प्रदान किया।

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