राजस्थान सरकार के आयुर्वेद विभाग द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय आरोग्य मेला इस साल 1 मार्च से 4 मार्च 2025 तक जयपुर के जवाहर कला केंद्र में भव्य रूप से आयोजित किया जाएगा। मेले में आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी चिकित्सा पद्धतियों पर व्यापक जानकारी दी जाएगी और विभिन्न स्वास्थ्य सेवाएं निःशुल्क उपलब्ध कराई जाएंगी।
इस मेले के तहत विभिन्न समितियों की बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता आयुर्वेद विभाग के निदेशक डॉ. आनंद कुमार शर्मा ने की। इस दौरान उन्होंने आयोजन को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए।
राज्य स्तरीय आरोग्य मेले के नोडल अधिकारी डॉ. बत्ती लाल बैरवा ने जानकारी दी कि यह मेला प्रदेशवासियों के लिए स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने और पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को लोकप्रिय बनाने का एक सुनहरा अवसर होगा।
बैठक में आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी चिकित्सा के चिकित्सकों, कंपाउंडर्स एवं अन्य स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने भाग लिया और मेले की तैयारियों पर चर्चा की। इस दौरान सभी विभागों को आयोजन को प्रभावी बनाने के लिए आवश्यक जिम्मेदारियां सौंपी गईं।
पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को बढ़ावा देना और जनमानस को इनके लाभों से अवगत कराना। आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी चिकित्सा में नवाचार और शोध को प्रोत्साहित करना। राजस्थान को आयुर्वेदिक चिकित्सा के प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करना।
राज्य स्तरीय आरोग्य मेला 2025 में भाग लेने के लिए सभी नागरिकों को आमंत्रित किया जाता है, ताकि वे पारंपरिक चिकित्सा के लाभों से अवगत हो सकें और एक स्वस्थ जीवनशैली की ओर अग्रसर हों।