Thursday, 30 January 2025

श्रीगंगानगर पुलिस की बड़ी कार्रवाई: 2000 करोड़ रुपये के साइबर फ्रॉड का पर्दाफाश


श्रीगंगानगर पुलिस की बड़ी कार्रवाई: 2000 करोड़ रुपये के साइबर फ्रॉड का पर्दाफाश

प्रदेश में पुलिस मुख्यालय के ऑपरेशन साइबर शील्ड के तहत श्रीगंगानगर पुलिस ने 2000 करोड़ रुपये से अधिक के साइबर फ्रॉड का खुलासा करते हुए मुख्य सरगना अजय आर्य को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई थाना सदर पुरानी आबादी और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने की। आरोपी कैप्प्मोरेफ़स (Cappmorefx) कंपनी का डायरेक्टर है और इस कंपनी के जरिए हजारों लोगों को धोखाधड़ी का शिकार बनाया गया है।

डीआईजी और एसपी गौरव यादव के अनुसार कर्नाटक के निवासी कांटेप्पा बाबू चव्हाण ने शिकायत दर्ज कराई थी कि अजय आर्य और उसके साथियों ने कैप्प्मोरेफ़स कंपनी के जरिए फॉरेक्स ट्रेडिंग का झांसा देकर कर्नाटक के हजारों लोगों से करोड़ों रुपये का निवेश करवाया। शिकायत के आधार पर अजय आर्य को श्रीगंगानगर के अम्बिका सिटी-2 स्थित उसके आलीशान घर से गिरफ्तार किया गया।

गिरफ्तारी के दौरान बरामदगी: पुलिस ने तलाशी के दौरान:10 लाख रुपये नकद,85 लाख रुपये की लक्जरी कार,6 मोबाइल फोन, 8 एटीएम कार्ड, 3 पैन कार्डऔसाइबर फ्रॉड से संबंधित कई दस्तावेज बरामद किए।

फ्रॉड का नेटवर्क और पैमाना:कैप्प्मोरेफ़स कंपनी का संचालन: आरोपी और उसके साथी फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर लोगों से पैसा निवेश करवाते थे।

चैन सिस्टम का इस्तेमाल: शुरुआत में निवेशकों को दो से तीन गुना लाभ देकर भरोसा जीता। बाद में अधिक निवेश करवाकर अचानक कंपनी बंद कर दी।

राष्ट्रीय स्तर पर धोखाधड़ी: पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपियों के खातों पर देशभर से हजारों साइबर फ्रॉड शिकायतें दर्ज हैं।

दुबई में छिपा था: फ्रॉड के बाद आरोपी अजय आर्य दुबई भाग गया और हाल ही में भारत लौटा।

मुख्य आरोपी अजय आर्य के अलावा अन्य सहआरोपियों में सौरभ चावला और उसकी पत्नी सलोनी चावलाकर्मजीत सिंह, बलजीत सिंह, और राजेंद्र सिंह शामिल हैं।

इन आरोपियों ने ठगी के पैसों से आलीशान मकान, लक्जरी गाड़ियां, और विभिन्न शहरों में प्लॉट खरीदे हैं।

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