डूंगरपुर के वसुंधरा विहार इलाके में सावित्री बाई फुले गर्ल्स हॉस्टल में समाज कल्याण विभाग के असिस्टेंट डायरेक्टर अशफाक खान के तीन दिन से रुकने की शिकायत पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने मंगलवार रात हॉस्टल में हंगामा किया। एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने असिस्टेंट डायरेक्टर को कमरे से बाहर निकाला और मामले की जानकारी जिला कलेक्टर को दी। कलेक्टर ने तुरंत अधिकारी को हॉस्टल से बाहर जाने का आदेश दिया और नोटिस जारी कर जवाब-तलब किया।
वसुंधरा विहार स्थित सावित्री बाई फुले गर्ल्स हॉस्टल में एसटी वर्ग की 40 छात्राएं रहती हैं। शिकायत मिलने पर एबीवीपी के जिला संगठन मंत्री रामकृष्ण मेहता, जिला संयोजक महिपाल गमेती, और अन्य कार्यकर्ता रात 12:30 बजे हॉस्टल पहुंचे।
पुलिस को भी सूचना दी गई। कार्यकर्ताओं ने हॉस्टल के गेट पर वार्डन से पूछताछ की और फिर असिस्टेंट डायरेक्टर अशफाक खान को कमरे से बाहर निकाला।
अशफाक खान ने कहा कि वे हॉस्टल का निरीक्षण करने आए थे और कमरा न मिलने के कारण वहां रुके थे।
एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने तीन दिन से गर्ल्स हॉस्टल में रुकने पर आपत्ति जताई और इसे अवैध ठहराया।
कलक्टर अंकित कुमार सिंह ने अधिकारी को तुरंत हॉस्टल छोड़ने का आदेश दिया। अशफाक खान को नोटिस जारी कर तीन दिन हॉस्टल में रुकने का कारण स्पष्ट करने को कहा गया है।
राष्ट्रीय सदस्य हर्षित ननोमा का आरोप:"शहर में समाज कल्याण विभाग के दो बॉयज हॉस्टल मौजूद होने के बावजूद अधिकारी का गर्ल्स हॉस्टल में रुकना अनैतिक और आपत्तिजनक है।"एबीवीपी ने इस मामले में उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।