विधानसभा का तीसरा सत्र 31 जनवरी 2025 से शुरू होने जा रहा है। यह सत्र हंगामेदार रहने की पूरी संभावना है। भाजपा सरकार जहां धर्मांतरण, भूजल और मीसा बिल जैसे विधेयकों को पारित कराने की तैयारी कर रही है, वहीं कांग्रेस ने सरकार को घेरने के लिए शैडो कैबिनेट का गठन किया है।
गृह, वित्त और स्वायत्त शासन: शांति धारीवाल।
जयपुर शहर के मुद्दे: विधायक रफीक खान और अमीन कागजी।
उद्योग और वाणिज्य: राजेंद्र पारीक।
ऊर्जा, जीएडी और आयुर्वेद: हरिमोहन शर्मा।
सार्वजनिक निर्माण विभाग: नरेंद्र बुढानिया।
राजस्व और पंचायती राज: हरीश चौधरी।
युवा, रोजगार और खेल: अशोक चांदना।
पर्यटन और पशुपालन: रतन देवासी।
स्वास्थ्य: हरेंद्र मिर्धा।
कृषि और किसान: श्रवण कुमार।
एसआई भर्ती पेपर लीक मामला: कांग्रेस पूछेगी कि व्यापक स्तर पर पेपर लीक के आरोपों के बावजूद भर्ती रद्द क्यों नहीं की गई।
महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल: कांग्रेस समीक्षा कमेटी के गठन पर सरकार से जवाब मांगेगी।
ईआरसीपी परियोजना: कांग्रेस इस पर सरकार से स्थिति स्पष्ट करने की मांग करेगी।
यमुना जल समझौता और बढ़ते अपराध: इन मुद्दों पर कांग्रेस सरकार को कटघरे में खड़ा करने की तैयारी में है।
गहलोत सरकार की योजनाओं का नाम बदलना: कांग्रेस इस पर कड़ा विरोध जताएगी।
कांग्रेस की शैडो कैबिनेट ने स्पष्ट किया है कि यह सत्र सरकार के लिए आसान नहीं होगा। विपक्ष योजनाबद्ध तरीके से सरकार के खिलाफ सवाल उठाने के लिए तैयार है।