कश्मीर के शारदा पीठ से प्रारंभ हुई महाकुंभ अमृत कलश यात्रा गुरुवार को जयपुर, जिसे छोटी काशी के नाम से जाना जाता है, पहुंची। राष्ट्रीय अनहद महायोग पीठ के पीठाधीश्वर रुद्रनाथ विशाल महाराज के सानिध्य में इस यात्रा का भव्य स्वागत किया गया। यात्रा के दौरान महाकुंभ अमृत कलश को जयपुर के प्रसिद्ध गोविंददेव जी मंदिर में रखा गया।
यात्रा का स्वागत और जयपुर कार्यक्रम:यात्रा जयपुर के जोरावरसिंह गेट से प्रारंभ होकर गोविंददेवजी मंदिर तक पहुंची, जहां कई स्थानों पर लोगों ने फूलमालाओं और भजनों के साथ स्वागत किया। यात्रा में सैकड़ों महिलाएं कलश लेकर शामिल हुईं, जिससे यह आयोजन और अधिक भव्य बन गया। जयपुर में सांसद मंजू शर्मा, महापौर कुसुम यादव, सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा, मोती डूंगरी के महंत कैलाश शर्मा, और विप्र फाउंडेशन के जोन-1 के अध्यक्ष राजेश कर्नल सहित कई प्रमुख व्यक्तियों ने यात्रा का स्वागत किया।
यात्रा का आयोजन विप्र फाउंडेशन और राष्ट्रीय अनहद महायोग पीठ के सहयोग से किया जा रहा है। विप्र फाउंडेशन के चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक सर्वेश्वर शर्मा ने जानकारी दी कि जयपुर में महाकुंभ अमृत कलश यात्रा का भव्य स्वागत किया गया।
महाकुंभ यात्रा का अगला चरण: जयपुर में गोविंददेवजी मंदिर में कार्यक्रम के बाद यात्रा का रथ मदनमोहन जी मंदिर, करौली के लिए रवाना होगा। यह यात्रा विभिन्न मंदिरों से होते हुए 10 जनवरी को महाकुंभ प्रयागराज पहुंचेगी।
महाकुंभ अमृत कलश यात्रा को महाकुंभ प्रयागराज 2025 के शुभारंभ के प्रतीक के रूप में देखा जा रहा है। रुद्रनाथ विशाल महाराज ने इस यात्रा को धर्म, संस्कृति और आध्यात्मिकता के संगम के रूप में बताया।