प्रतापगढ़ जिले के देवगढ़ थाना पुलिस ने करीब 10 दिन पहले जंगल में मिले एक व्यक्ति के शव के मामले का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने हत्या के आरोप में दो अभियुक्तों रूपेश चौधरी (33) और दीपक कलाल (25) को गिरफ्तार किया है। इन पर शराब ठेके की सेलिंग में 6.50 लाख रुपए के गबन के शक में सेल्समैन की हत्या कर शव को सड़क दुर्घटना का रूप देने का आरोप है।
20 दिसंबर को पुंगा तालाब के जंगल में एक अज्ञात शव और बाइक मिलने की सूचना पुलिस को मिली। जांच में पता चला कि मृतक केसर सिंह (40) है, जो धरियावद रोड स्थित शराब ठेके पर सेल्समैन का काम करता था। मृतक के परिवार ने हत्या का आरोप लगाते हुए बताया कि केसर सिंह के साथ मारपीट कर हत्या की गई और शव व बाइक को जंगल में फेंककर हादसे जैसा दिखाने की कोशिश की गई।
घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी विनीत बंसल के निर्देश पर विशेष टीमों का गठन किया गया। घटनास्थल से फॉरेंसिक और तकनीकी साक्ष्य जुटाए गए। जांच के दौरान सन्दिग्ध दीपक कलाल को डिटेन कर पूछताछ की गई, जिसमें उसने गबन के शक के कारण हत्या की साजिश कबूल की।
17 दिसंबर को दुकान का हिसाब करने पर ठेकेदार दीपक कलाल और उसके साथियों को सेलिंग में 6.50 लाख रुपए की गड़बड़ी का शक हुआ। उन्होंने केसर सिंह को पार्टी के बहाने अचलपुर बुलाया और वहां मारपीट कर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद शव और बाइक को टाटा सूमो में रखकर पुंगा तालाब के जंगल में एक्सीडेंट जैसा दिखाने के लिए फेंक दिया।
हत्या के बाद ठेकेदार दीपक मौके पर पुलिस कार्रवाई में शामिल हुआ ताकि किसी को शक न हो। हालांकि, पुलिस ने शव पर चोटों और परिस्थितियों से हत्या की आशंका जताई और संदिग्धों पर नजर रखी। साक्ष्यों के आधार पर दीपक और रूपेश को गिरफ्तार किया गया। मामले में अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
एसपी विनीत बंसल ने बताया कि हत्या का कारण ठेके की सेलिंग में गबन का शक था। पुलिस ने साक्ष्यों और तकनीकी जांच के आधार पर पूरे मामले का खुलासा किया। अन्य आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।